यरूशलम , अक्टूबर 13 -- इजरायल की सेना ने सोमवार सुबह स्वीकार किया कि गाजा पट्टी में दो साल से ज्यादा समय तक हमास के कब्जे में रहने के बाद सात बंधक अब उसे मिल गये हैं। यह इजरायल और हमास दोनों के बीच युद्धविराम समझौते के तहत रिहा होने वाला बंधकों का पहला समूह है।

सेना ने एक बयान में कहा कि बंधकों को इजरायली सैन्य बल और शिन बेट एजेंट इजरायली क्षेत्र में वापस ले जा रहे हैं, जहाँ उनके परिवारों से मिलाने से पहले उनका चिकित्सा परीक्षण किया जाएगा।

तेल अवीव के बंधक चौक पर जमा भीड़ ने बड़ी स्क्रीन पर सातों के नाम प्रदर्शित होते ही लोगों ने खुशी में नारे और तालियां बजायीं। कई लोगों ने बंधकों के साथ एकजुटता के प्रतीक, पीले रिबन से सजे इजरायल के झंडे लहराए और "इन सभी को घर ले आओ - अभी" के नारे लगाये।

रेड क्रॉस ने इजरायल के स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित किया था कि सभी सात बंधकों की स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है। बाकी 13 बंधकों को सोमवार को बाद में रिहा किए जाने की उम्मीद है। रेड क्रॉस के वाहन रामल्लाह के पास ओफर जेल पहुँच गए हैं, जहाँ से लगभग 2000 फिलिस्तीनी बंदियों और कैदियों को आज अदला-बदली के तहत रिहा किया जाएगा।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार सुबह इजरायल पहुँचे। श्री ट्रम्प अपनी इस संक्षिप्त यात्रा के दौरान इजरायल के संसद को संबोधित करेंगे और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तथा बंधक परिवारों से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति मिस्र के शर्म अल-शेख में एक अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के लिए रवाना हो सकते हैं। यह शिखर सम्मेलन इजरायल-हमास युद्धविराम को मजबूती प्रदान करने और पश्चिम एशिया में व्यापक शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया है।

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