नयी दिल्ली , अक्टूबर 04 -- हन्ना कॉक्रॉफ्ट ने शनिवार को इंडियनऑयल नयी दिल्ली विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में महिलाओं की टी34 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में अपनी जगह बना ली। विश्व चैंपियनशिप में आठ बार भाग लेने के बाद यह उनका 19वां स्वर्ण पदक है। भारत के सोमन राणा (पुरुष गोला फेंक एफ57), एकता भयान (महिला क्लब थ्रो एफ51) में रजत और प्रदीप कुमार (पुरुष ऊंची कूद टी64) में कांस्य पदक जीता।
आज यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में जारी प्रतियोगिता में प्रतिभाशाली हन्ना कॉक्रॉफ्ट को 2012 से चार पैरालंपिक खेलों और 2011 में क्राइस्टचर्च में पदार्पण के बाद से विश्व चैंपियनशिप के आठ संस्करणों में हार का मुँह नहीं देखना पड़ा है। इस दौरान उन्होंने पैरालंपिक में नौ स्वर्ण पदक और 100 मीटर से 800 मीटर तक की दूरी की विश्व चैंपियनशिप में 19 स्वर्ण पदक जीते हैं।
सोमन राणा (पुरुष गोला फेंक एफ57), एकता भयान (महिला क्लब थ्रो एफ51) के ज़रिए एक-एक रजत और प्रदीप कुमार (पुरुष ऊंची कूद टी64) के ज़रिए एक कांस्य पदक जीते। इसी के साथ प्रतियोगिता में भारत के पदकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई। जिसमें छह स्वर्ण, सात रजत और पांच कांस्य शामिल हैं। हालांकि, ईरान और कोलंबिया के आगे निकल जाने से भारत पदक तालिका में छठे स्थान पर खिसक गया।
हालांकि, घरेलू टीम को विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के किसी भी संस्करण में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर संतोष हो सकता है, और साथ ही पिछले साल कोबे में जीते गए 17 (6 स्वर्ण, 5 रजत, 6 कांस्य) पदकों की संख्या में सुधार हुआ है। भारत ने 2023 में पेरिस में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहली बार 10 पदक जीते थे।
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