श्रीगंगानगर , दिसमबर 16 -- राजस्थान में हनुमानगढ़ जिले की टिब्बी तहसील के राठीखेड़ा गांव में एक निजी कंपनी द्वारा 450 करोड़ रुपये की लागत से 40 मेगावाट क्षमता वाले इथेनॉल संयंत्र की स्थापना के विरोध में ग्रामीण और किसान फिर से बुधवार को बड़ी महापंचायत आयोजित करने जा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस महापंचायत को कई किसान संगठनों के अलावा मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का समर्थन प्राप्त है। कांग्रेस ने मंगलवार को हनुमानगढ़ में प्रेसवार्ता में महापंचायत को खुला समर्थन देने की घोषणा की।
यह आंदोलन कई महीनों से चल रहा है। स्थानीय निवासियों ने संयंत्र की पर्यावरण मंजूरी और परामर्श की कमी पर सवाल उठाए हैं। किसानों का आरोप है कि यह परियोजना उनके जीविकोपार्जन को खतरे में डाल देगी, खासकर पानी की कमी वाले इस क्षेत्र में। इथेनॉल संयंत्र विरोधी संघर्ष समिति के एक प्रतिनिधि ने कहा कि यह संयंत्र हमारी मिट्टी और पानी को प्रदूषित कर देगा, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए खेती असंभव हो जाएगी।
10 दिसम्बर को टिब्बी में आयोजित पिछली महापंचायत हिंसक हो गई थी, जिसमें पांच हजार से अधिक लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने संयंत्र की ओर कूच किया, दीवार तोड़ी और 10 से अधिक वाहनों में आग लगा दी। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें स्थानीय विधायक अभिमन्यू पूनिया समेत 50 से अधिक लोग घायल हुए। हिंसा के बाद सात लोगों को गिरफ्तार किया गया और प्राथमिकी दर्ज की गईं। राज्य सरकार ने निर्माण कार्य रोकने और परियोजना की समीक्षा का आश्वासन दिया, लेकिन किसानों को अब भी संदेह है कि काम चुपचाप जारी रहेगा।
बुधवार की महापंचायत को जिला कलेक्ट्रेट के सामने आयोजित करने की योजना थी, लेकिन प्रशासन से बातचीत के बाद इसे हनुमानगढ़ जंक्शन की धान मंडी में स्थानांतरित कर दिया गया। कल की महापंचायत में हजारों की संख्या में लोग आने की उम्मीद है, जिसमें प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत और अन्य दिग्गज शामिल होंगे। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सरकार की नीतियों की आलोचना की है। इसे करोड़पति-उद्योगिपतियों के हितों का पक्षधर बताया है। मशहूर पंजाबी गायक कंवर ग्रेवाल भी कल की महापंचायत में प्रस्तुतियां देंगे।
महापंचायत के समर्थन में कांग्रेस, माकपा और श्रीगंगानगर जिले के ग्रामीण मजदूर किसान समिति जैसे संगठन शामिल हैं। पंजाब और हरियाणा से भी किसानों के आने की संभावना है। हालांकि, ट्रैक्टर-ट्रॉली के उपयोग पर विवाद बरकरार है। संघर्ष समिति का कहना है कि किसान ट्रैक्टर पर ही आएंगे, लेकिन प्रशासन ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है।
उधर 10 दिसम्बर की घटना को देखते हुए जिला प्रशासन ने इस बार कड़े कदम उठाए हैं। जिला कलेक्टर खुशाल यादव ने धारा 163 (पूर्व में धारा 144) लागू कर दी है, जो पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने, हथियार रखने और बिना अनुमति सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगाती है। इंटरनेट सेवाएं बुधवार दोपहर तक निलंबित हैं। 1400 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनकी कमान अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बीजू जॉर्ज जोसेफ संभाल रहे हैं, जिनके आज शाम हनुमानगढ़ पहुंच जाने की सूचना मिली है। कलेक्ट्रेट के आसपास भारी बैरिकेडिंग की गई है। खुफिया एजेंसियां महापंचायत में आने जाने वालों पर नजर रखेंगी। पुलिस का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति है, लेकिन कानून उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई होगी।
हनुमानगढ़ जंक्शन की धान मंडी में बुधवार को व्यापार बंद रहेगा। कल की महापंचायत पर सभी की नजरें टिकी हैं, जहां आंदोलन की अगली रणनीति तय होगी।
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