रांची, 13अक्टूबर (वार्ता) झारखंड के हजारीबाग जिले में वन भूमि की अवैध खरीद-बिक्री और नियम विरुद्ध म्यूटेशन के मामले में एंटी-करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा गिरफ्तार ऑटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह की पत्नी स्निग्धा सिंह को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया लेकिन वह एसीबी के समक्ष उपस्थित नहीं हुई हैं।
स्निग्धा सिंह इस मामले की नामजद आरोपी हैं और उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
एसीबी इस मामले में अब तक प्रमुख आरोपी और ऑटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह के साथ-साथ हजारीबाग के लैंड ब्रोकर विजय सिंह को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर वन भूमि के अवैध रूप से खरीद-बिक्री और म्यूटेशन कराने का आरोप है।
वहीं एसीबी ने इस मामले जांच तेज कर दी है। जांच में सामने आया है कि जिस भूमि को लेकर यह मामला दर्ज किया गया है, वह हजारीबाग के सदर अंचल के थाना नंबर 252 क्षेत्र में स्थित है। विवादित भूमि के खाता संख्या 95 में तीन प्लाट 1055, 1060 और 848 शामिल हैं, जिनका कुल रकबा 28 डिसमिल है। इसके अतिरिक्त खाता नंबर 73 का प्लाट नंबर 812 भी इस मामले में शामिल है, जिसकी कुल रकबा 72 डिसमिल है।
यह भूमि हजारीबाग के बभनवे मौजा के हल्का 11 में मौजूद है। आरोप है कि इस भूमि पर विनय सिंह और उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह का कब्जा है जबकि वहां पर फिलहाल नेक्सजेन का शोरूम संचालित हो रहा है।
ज्ञातव्य है कि वन भूमि को लेकर यह अवैध म्यूटेशन और खरीद-बिक्री की जांच का मामला आईएएस विनय चौबे के हजारीबाग डीसी रहने के दौरान का बताया जा रहा है। एसीबी ने इस मामले में जांच पूरी कर आरोपितों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित