बुडापेस्ट , अक्टूबर 07 -- हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने मंगलवार को कहा कि उनका देश यूक्रेन के यूरोपीय संघ में प्रवेश का समर्थन करने के लिए बाध्य नहीं है और यूक्रेन द्वारा उसे ऐसा करने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता भले ही यूक्रेन ब्लैकमेल करने तथा अपना रुख बदलने के लिए कितना भी दबाव डालने का प्रयास क्यों न करे।
श्री ओरबान ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की पर एक बार फिर से अपने युद्ध प्रयासों का समर्थन करने के लिए देशों को मजबूर करने के लिए नैतिक ब्लैकमेल की सामान्य रणनीति का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हंगरी का यूक्रेन के यूरोपीय संघ में प्रवेश का समर्थन करने का कोई नैतिक दायित्व नहीं है।
श्री ओरबान ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा , "किसी भी देश ने कभी भी यूरोपीय संघ में ब्लैकमेल करके प्रवेश नहीं किया है और इस बार भी ऐसा नहीं होगा। यूरोपीय संघ संधि में अस्पष्टता की कोई गुंजाइश नहीं है और सदस्यता का निर्णय सदस्य देशों द्वारा सर्वसम्मति से लिया जाता है।"उन्होंने कहा कि हंगरी की राष्ट्रीय इच्छा यूक्रेन के यूरोपीय संघ में शामिल होने के पूर्ण खिलाफ थी तथा पिछले जनमत संग्रह ने सफलतापूर्वक इस बात को उजागर किया कि किस प्रकार उनके देश ने यूक्रेन की यूरोपीय संघ की सदस्यता के लिए भारी बहुमत से मना कर दिया था।
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