गांधीनगर , अक्टूबअर 20 -- गुजरात में गांधीनगर स्थित स्वामिनारायण अक्षरधाम में दीपावली पर्व सोमवार को 10, 000 दीयों की माला प्रज्वलित कर मनाया जा रहा है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आज से रविवार 26 अक्टूबर तक दर्शनार्थी अक्षरधाम में दीपोत्सव पर्व की अनुभूति शाम 0600 से 0745 के बीच कर सकेंगे। प्रदर्शनी कक्ष, वॉटर शो सहित अक्षरधाम के सभी आकर्षण भी खुले रहेंगे। प्रकाश का पर्व दीपावली अर्थात अंधकार पर प्रकाश की विजय का उत्सव, बृहदारण्यक उपनिषद में कहा गया है 'तमसो मा ज्योतिर्गमय' 'हे भगवान! हमें अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले चलो'। सनातन भारतीय संस्कृति की पवित्र भावनाओं को प्रवाहित करता स्वामिनारायण अक्षरधाम परिसर लगातार 33 वर्षों से 10, 000 दीयों की माला प्रज्वलित कर दीपावली पर्व के संदेश को जन-जन के मानस-पटल पर अंकित करता आया है।

संध्या समय हजारों दीयों के बीच देदीप्यमान अक्षरधाम मंदिर, हरियाले बगीचों को प्रकाशमय बनाता 'ग्लो गार्डन', 'नीलकंठ वाटिका' में मनोहर रोशनी, संगीत और 108 गौमुखों से बहती जलधारा के मध्य स्थित 49 फुट ऊँची तपोमूर्ति श्री नीलकंठ वर्णी की सुंदर मूर्ति आदि आकर्षण दर्शकों को 'सत्यम् - शिवम् - सुंदरम्' की अनुभूति कराते हैं।

उल्लेखनीय है कि हर साल, अक्षरधाम मंदिर के गर्भगृह में, भगवान स्वामिनारायण की मूर्ति के सामने महिला स्वयंसेवकों द्वारा 12 फुट गुणा आठ फुट की एक कलात्मक रंगोली भक्ति भाव से तैयार की जाती है, जो भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को प्रदर्शित करती है। इस वर्ष पारंपरिक शैली में आकर्षक रंगोली तैयार की गई है, जिसका केंद्रीय विषय यजुर्वेद मंत्र "यत्र विश्वं भवति एक नीडम" है जो एकता और सार्वभौमिक भ्रातृत्व का संदेश देती है यह भी एक प्रिय स्मृति बन जाएगी।

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