रांची, अक्टूबर 12 -- झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आज मोरहाबादी, राँची में आयोजित "हर घर स्वदेशी, घर घर स्वदेशी - विकसित भारत @2047" मैराथन के अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों, आयोजकों तथा नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन राष्ट्र चेतना, आत्मनिर्भरता और स्वदेशी भावना का प्रतीक है।
राज्यपाल ने इस जन-जागरूकता अभियान के आयोजन के लिए केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को हार्दिक बधाई दी तथा सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
राज्यपाल ने कहा कि "हर घर स्वदेशी" का यह आह्वान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के उस विचार को आत्मसात करने का संदेश देता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि स्वदेशी अपनाना केवल वस्तु का चयन नहीं, बल्कि देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निरंतर देशवासियों से "वोकल फॉर लोकल" बनने का आह्वान करते हैं। उनका संदेश है कि जब हम अपने देश में निर्मित वस्तुओं को प्राथमिकता देते हैं, तो हम केवल किसी उत्पाद का नहीं, बल्कि अपने देश के श्रम, कौशल और सम्मान का समर्थन करते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि "स्वदेशी अपनाना, देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है और यही 'विकसित भारत @2047' का मार्ग है।" यह मैराथन उसी भावना का जीवंत प्रतीक है, जहाँ हर कदम स्वदेशी, स्वास्थ्य और स्वाभिमान की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें यह देखकर प्रसन्नता हो रही है कि यहाँ के लोग इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे माननीय प्रधानमंत्री जी के "वोकल फॉर लोकल" संदेश को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।
राज्यपाल ने सभी से स्वदेशी अपनाने, स्वावलंबी बनने तथा विकसित भारत @2047 के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
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