नयी दिल्ली 30 सितम्बर (वार्ता ) वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने हथियारों और रक्षा साजो-सामान में स्वदेशीकरण पर जोर देते हुए कहा है कि भविष्य के युद्धों को जीतने का यही एक रास्ता है। एयर मार्शल भारती ने मंगलवार को यहां भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ के 'एयरो टेक इंडिया 2025' में जोर देकर कहा कि रक्षा क्षेत्र में 100 प्रतिशत स्वदेशीकरण के बिना आत्मनिर्भर नहीं बना जा सकता।उन्होंने उद्योग जगत के नेताओं और नीति निर्माताओं से कहा कि यदि सेनाओं को महत्वपूर्ण उपकरणें और कलपुर्जों के लिए आयात पर निर्भर रहना पड़ा तो 99 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री भी हमारी कमियों को पूरा नहीं कर सकती। उन्होंने उद्योग जगत को निर्धारित समय-सीमा के भीतर 100 प्रतिशत स्वदेशीकरण हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, " अगर महत्वपूर्ण उपकरणों की आपूर्ति बाधित रही, तो हम ज़रूरत पड़ने पर उत्पादन नहीं बढ़ा पायेंगे।"एयर मार्शल भारती ने संकल्पना से लेकर संचालन तक की प्रक्रिया में हो रही देरी की आलोचना करते हुए कहा कि नवाचार को तेजी और ठोस तरीके से आगे बढाने की ज़रूरत है क्योंकि ढुलमुल रवैये से काम नहीं चलेगा।उन्होंने कहा कि सामरिक स्वायत्तता के लिए जरूरी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से काम करने की आवश्यकता है क्योंकि यह जरूरी नहीं है कि वैश्विक मित्र हमेशा आप की जरूरतों को पूरा करत रहें। उन्होंने कहा कि हमें आत्मनिर्भरता हासिल कर अपने दम पर ही आगे बढना होगा।उन्होंने जोर देकर कहा कि भविष्य में युद्ध 'केवल सबसे शक्तिशाली ही नहीं, बल्कि वे जीतेंगे जो तेज़ी से नवाचार करेंगे, बेहतर एकीकरण करेंगे और आत्मनिर्भर होंगे'। उन्होंने कहा कि युद्धों को जीतने के लिए मानव और मशीन दोनों के बीच बेहतर तालमेल और कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा, "भविष्य के युद्ध मनुष्यों और मशीनों के बीच सहयोग पर आधारित होंगे। एआई से एकीकृत रोबोट और स्वायत्त प्रणालियां मनुष्यों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगी।"एयर मार्शल भारती ने हाइपरसोनिक मिसाइलों, लड़ाकू विमानों और परिवहन विमानों के लिए कोर एयरो इंजन तकनीकों, निर्देशित ऊर्जा हथियारों और ड्रोन-रोधी क्षमताओं के लिए विनिर्माताओं से सुरक्षित संचार, स्क्रैमजेट इंजनों के लिए क्वांटम कंप्यूटिंग में निवेश करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मानवरहित हवाई प्रणालियों का क्षेत्र 'भीड़भाड़ वाला होता जा रहा है' और उद्यमियों से प्लेटफ़ॉर्म की क्षमता और सेंसर एकीकरण को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

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