पटना, सितंबर 27 -- बिहार सरकार की ओर से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत अब स्नातक उत्तीर्ण युवक- युवतियों को भी योजना का लाभ मिलेगा। यह योजना पहले केवल 12वीं उत्तीर्ण युवाओं के लिये थी, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ाते हुये राज्य सरकार ने स्नातक युवाओं को भी शामिल कर लिया है।

इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 'युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम चाहते हैं कि हमारे युवा सिर्फ डिग्रीधारी न रह जायें, बल्कि कुशल भी बनें और अपनी पहचान खुद बनायें।'इस योजना के तहत राज्य के 20 से 25 वर्ष के आयु वर्ग में आने वाले ऐसे युवक- युवतियां जो राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों या संस्थानों से कला, विज्ञान या वाणिज्य संकाय में स्नातक की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं और जो ना तो किसी रोजगार/स्वरोजगार में हैं, ना किसी सरकारी या निजी संस्था में कार्यरत हैं और ना ही फिलहाल किसी संस्थान में अध्ययनरत हैं, उन्हें 1000 रूपये प्रतिमाह की दर से अधिकतम दो वर्षों तक सहायता राशि दी जायेगी।

इस योजना का उद्देश्य राज्य के बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहयोग प्रदान करना है ताकि वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ सकें। इस योजना के तहत लाभान्वित युवाओं को न केवल भत्ता दिया जायेगा, बल्कि उन्हें श्रम संसाधन विभाग की ओर से नि:शुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार या स्वरोजगार के लिये सक्षम बनाया जायेगा।

इस योजना का लाभ लेने के लिये उम्मीदवारों को राज्य सरकार के निर्धारित पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ उन्हें अपनी शैक्षणिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आयु प्रमाण पत्र और बेरोजगारी का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।

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