कोरबा, सितंबर 29 -- छत्तीसगढ़ के कोरबा में स्थित एसईसीएल मानिकपुर खदान के पास रहने वाले लोगों ने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि खदान से राखड़ परिवहन नियम विरुद्ध तरीके से किया जा रहा है। बिना तिरपाल ढंके भारी वाहन लगातार दौड़ रहे हैं, जिससे सड़कें जर्जर हो गई हैं और आए दिन हादसे हो रहे हैं। वहीं राखड़ उड़कर आसपास की बस्तियों तक पहुँच रहा है, जिसके चलते लोग टीवी और चर्म रोग जैसी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।
वार्ड क्रमांक 9 के पूर्व पार्षद सुफलदास ने बताया कि गौ माता चौक से लेकर बरबसपुर तक सड़क की स्थिति बेहद खराब है। भारी वाहनों के आवागमन के चलते लोगों का चलना-फिरना मुश्किल हो गया है।
वहीं वार्ड क्रमांक 10 के पार्षद उमेन्द्र पटेल ने कहा कि खदानों में राखड़ पाटने के बाद नियमानुसार मिट्टी भराई और पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। इसके कारण राखड़ उड़कर घरों और सड़कों पर फैल रहा है, जिससे लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बारएसईसीएल प्रबंधन को अवगत कराया गया और पत्राचार भी किया गया, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र होगा।
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति संभालने का प्रयास किया। प्रशासनिक अधिकारियों को भी बुलाकर वार्ता कराने की कोशिश की गई, लेकिन आंदोलनकारी अपनी मांगों पर डटे रहे। इस बीच खदान में राखड़ से लदे वाहनों की लंबी कतार लग गई और परिवहन कार्य प्रभावित हो गया।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते सड़क मरम्मत, राखड़ ढुलाई में तिरपाल का उपयोग और खदान में सही तरीके से डंपिंग की व्यवस्था नहीं की गई तो उन्हें मजबूरन बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा।
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