चेन्नई , नवंबर 20 -- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्र्मुक) अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कावेरी डेल्टा और अन्य जिलों में पूर्वोत्तर मानसूनी बारिश के मद्देनजर धान की खरीद के लिए नमी की मात्रा को 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 22 प्रतिशत करने के राज्य सरकार के अनुरोध को ठुकराने पर केंद्र सरकार की आलोचना की है।
उन्होंने इसे एक और विश्वासघात करार दिया और उम्मीद जताई कि केंद्र अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगा और किसानों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए एक अच्छा फैसला लेगा।
उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि यह कोयंबटूर शहर के लिए मेट्रो रेल परियोजना को अस्वीकार करने और प्रधानमंत्री का बिना किसी परेशानी के उसी शहर का दौरा करने के बाद केंद्र द्वारा विश्वासघात का यहएक और कदम है। कल कोयंबटूर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के किसानों के हितों की जो बात कही गयी थी, अब इस नमी की मात्रा को अस्वीकार करना केन्द्र सरकार का दूसरा विश्वासघात है। केंद्र सरकार ने अब कटाई किए गए धान की खरीद के लिए नमी की मात्रा में ढील देने के तमिलनाडु के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित