बैतूल, सितंबर 28 -- मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में लौटते मानसून की लगातार बारिश ने नवरात्र उत्सव के साथ किसानों की चिंताएं भी बढ़ा दी हैं। शुक्रवार रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला रविवार सुबह तक जारी रहा। शनिवार को दोपहर कुछ समय के लिए आसमान साफ हुआ, लेकिन शाम छह बजे से फिर तेज बरसात ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी। जिले में अब तक लगभग 38 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है, जबकि औसत को पूरा करने के लिए करीब पांच इंच की जरूरत थी। मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक इसी तरह के मौसम की संभावना जताई है।
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि सोयाबीन और धान की फसलें इस समय पककर तैयार हैं। ऐसे में लगातार हो रही बारिश से फसलें खराब होने का खतरा है। खेतों में कटाई के लिए खड़ी सोयाबीन की फलियों में नमी बढ़ने से फली सड़ने और दाने झड़ने की आशंका है। धान के खेतों में भी भारी नुकसान की स्थिति बन रही है। किसानों ने बताया कि भारी बरसात से धान की बालियां गिरकर आड़ी हो रही हैं, जिससे कटाई मुश्किल हो जाएगी और पैदावार पर सीधा असर पड़ेगा।
इधर, किसान संगठनों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द फसलों के नुकसान का सर्वे कराया जाए और मुआवजे की व्यवस्था की जाए, ताकि किसानों को आर्थिक नुकसान से राहत मिल सके। लौटते मानसून की यह बेमौसम बरसात जहां नवरात्र के उत्सव को फीका कर रही है, वहीं किसानों के लिए यह तबाही का सबब बन गई है।
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