नारायणपुर , नवंबर 08 -- छत्तीसगढ़ की नारायणपुर पुलिस ने अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सल उन्मूलन और विकास के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सोनपुर-कांदूलपार-सितरम मार्ग होते हुए कांकेर जिले की सीमा तक लगभग 70 किलोमीटर की सड़क कनेक्टिविटी अब पूरी तरह से तैयार हो चुकी है।

इसी मार्ग पर नारायणपुर पुलिस ने ग्राम सितरम में आठवां 'सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प' स्थापित किया है जिससे न केवल सुरक्षा बलों की पहुंच बढ़ी है बल्कि स्थानीय जनता के जीवन में विकास की नई रोशनी पहुँची है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में चलाए जा रहे 'माड़ बचाव अभियान' के अंतर्गत नारायणपुर जिला तेजी से नक्सलमुक्त और सशक्त जिले के रूप में उभर रहा है। पुलिस की इस रणनीति का उद्देश्य अबूझमाड़ के दुर्गम इलाकों में सड़क, पुल-पुलिया, मोबाइल नेटवर्क और अन्य बुनियादी सुविधाओं को पहुँचाना है।

पुलिस के अनुसार सितरम तक नए कैम्प के खुलने से आसपास के 20 से अधिक गाँव अब सड़क नेटवर्क से जुड़ चुके हैं। नारायणपुर से मसपुर तक 40 किमी बीटी सड़क, मसपुर से कांदूलपार तक 15 किमी डब्ल्यूबीएम मार्ग और कांदूलपार से सितरम तक 15 किमी पहुँच मार्ग बनाया गया है। इससे करीब 10,000 से अधिक ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य, राशन, मोबाइल कनेक्टिविटी और सरकारी योजनाओं की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।

वर्तमान में कुरुषनार और बासिंग में बीएसएनएल और जिओ टावर चालू हैं, जबकि कांदूलपार, पाँगुड़, कोंगे और सितरम में नए टावर निर्माणाधीन हैं।

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