नयी दिल्ली , अक्टूबर 19 -- सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण भूभागों में आम लोगों के साथ सेनाओंं के तालमेल को बेहतर बनाने, सैन्य अभियानों की स्थिति का आकलन करने और सैनिकों को प्रेरित करने के लिए रविवार को मध्य क्षेत्र की अग्रिम चौकियों का दौरा किया।

सेना प्रमुख ने पिथौरागढ़ के अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों और आस-पास की अग्रिम चौकियों पर तैनात संरचनाओं की समीक्षा की। उन्होंने उन्नत निगरानी प्रणालियों, विशेषज्ञ गतिशीलता प्लेटफार्मों, अगली पीढ़ी की तकनीकों के एकीकरण, टोही संपत्तियों के अनुकूलन और संबद्ध सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय सहित क्षमता बढाये जाने पर जानकारी हासिल की। उन्होंने चुनौतीपूर्ण भूभागों में पेशेवर कौशल , अनुशासन, सामरिक चपलता और नए उपकरणों के अभिनव उपयोग की सराहना की।

सुदूर क्षेत्रों में तैनात कर्मियों के साथ बातचीत करते हुए जनरल द्विवेदी ने विषम जलवायु परिस्थितियों और उबड़-खाबड़ इलाकों में उनके लचीलेपन, साहस और कर्तव्य के प्रति अटूट समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने " स्वयं से पहले सेना" के मूल सिद्धांत का आह्वान करते हुए, उभरती सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना की पूरी तैयारी की पुष्टि की। सेना प्रमुख ने पूर्व सैनिकों और स्थानीय समुदायों के साथ भी बातचीत की, उनके बलिदानों को स्वीकार किया और सभी रैंकों और उनके परिवारों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

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