सुकमा/हैदराबाद , नवम्बर 22 -- तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शिवधर रेड्डी के समक्ष तीन वांछित माओवादी नेताओं ने आत्मसमर्पण कर दिया।
ये तीनों माओवादी संगठन की सेंट्रल कमेटी मेंबर (सीसीएम ) में शामिल थे और इन पर तेलंगाना सरकार द्वारा 20-20 लाख रुपये का इनाम घोषित था। वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे नक्सल संगठन की शीर्ष संरचना पर पड़ा बड़ा प्रहार बताया है।
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की पहचान कोय्याल सांब्य्या उर्फ़ आज़ाद, अप्पासी नारायण उर्फ़ रमेश और मुचाकी सोमड़ा के रूप में हुई है। इनमें से दो तेलंगाना के आंध्र के निवासी हैं, जबकि एक छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक ये तीनों लंबे समय से संगठन की रणनीतिक बैठकों, हमलों की योजना और कैडर नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे।
समर्पण स्थल पर ही तेलंगाना सरकार की ओर से प्रत्येक नक्सली को 1,41,000 रुपये की राशि प्रदान की गयी। अधिकारियों ने बताया कि पुनर्वास नीति के तहत समर्पित नक्सलियों को कौशल विकास, सुरक्षित आवास, रोजगार और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि वे मुख्यधारा में सम्मानजनक जीवन शुरू कर सकें।
श्री रेड्डी ने कहा कि यह आत्मसमर्पण नक्सल संगठन की कमजोर होती पकड़ का संकेत है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय कमेटी के सदस्यों का हथियार छोड़ना स्पष्ट करता है कि संगठन में विघटन बढ़ रहा है और विकास तथा मुख्यधारा की ओर लौटने का रुझान तेजी से बढ़ा है।
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