चंडीगढ़ , अक्तूबर 06 -- आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने सुखविंदर सिंह कलकत्ता की हत्या के संबंध में कांग्रेस पार्टी द्वारा फैलाई जा रही राजनीतिक साज़िश और गलत जानकारी का पर्दाफ़ाश किया है। आप नेताओं नील गर्ग और बलतेज पन्नू ने कांग्रेस लीडरशिप, ख़ासकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप लगाया कि वह सच्चाई के साथ खड़े होने की बजाय राजनीतिक लाभ के लिए एक परिवार के दुख का फ़ायदा उठा रहे हैं।
सोमवार को चंडीगढ़ में दोनों नेताओं ने एक प्रेस कान्फ़्रेंस में नौजवान सुखविंदर सिंह कलकत्ता की हत्या पर गहरा दुख प्रकट किया और कहा कि बड़े दुख की बात यह है कि एक नौजवान की मौत पर कुछ नेताओं द्वारा राजनीतिक लाभ लेने के लिए झूठी कहानी बनाने की शर्मनाक कोशिश की गई है।
गर्ग ने कहा कि पिछले दो दिनों से कुछ नेता पंजाब में अफरा-तफरी मचाने, कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने और सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, किसी के दुख से राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं। यह राजनीति नहीं, बल्कि मानसिक दीवालियापन है। उन्होंने पंजाब पुलिस की तेज़ जाँच के लिए प्रशंसा की और कहा कि पंजाब पुलिस के पुलिस उपमहानिरीक्षक कुलदीप सिंह चाहल ने एक प्रेस कान्फ़्रेंस में स्पष्ट किया कि दोषी गुरदीप सिंह उर्फ़ डिम्पी बावा को 24 घंटों के अंदर गिरफ़्तार कर लिया गया था, जिससे हत्या की गई वह हथियार और वाहन बरामद कर लिया गया था और यह घटना एक निजी या स्थानीय राजनीतिक रंजिश थी, कानून व्यवस्था की असफ़लता नहीं।
गर्ग ने विरोधी नेताओं द्वारा फैलाए गए झूठ का भी पर्दाफ़ाश किया जिसमें दावा किया गया था कि कलकत्ता को इसलिए मारा गया क्योंकि उसका हथियार सरकार द्वारा ज़ब्त कर लिया गया था। गर्ग ने कहा कि पुलिस ने स्पष्ट किया कि सुखविंदर सिंह ने अपना हथियार बेचने के लिए एनओसी ली थी और उसका असला लाइसेंस 2029 तक वैध था। यह कहना कि पंजाब सरकार ने उसका हथियार छीन लिया, एक सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी , जो 2022 में अपनी हार के बाद कभी भी इस हलके में दाख़िल नहीं हुए, अचानक एक लाश पर प्रेस कान्फ़्रेंस करने के लिए वहाँ पहुँच गए। ऐसी राजनीति पंजाब के राजनीतिक सभ्याचार को शर्मसार करती है। उन्होने आप विधायक लाभ सिंह उगोके का बचाव करते कहा कि उन पर लगाए आरोप पूरी तरह झूठे और राजनीति से प्रेरित हैं।
'आप' प्रवक्ता बलतेज पन्नू ने मुख्य आरोपी गुरदीप सिंह डिम्पी बावा की पंजाब कांग्रेस प्रधान राजा वड़िंग के साथ तस्वीरें दिखाते हुए कांग्रेस का उसके साथ संबंध का पर्दाफ़ाश किया। उन्होने कहा कि कांग्रेसी नेताओं ने सत्ताधारी पार्टी पर झूठे दोष लगाए, पर हक़ीक़त यह है कि दोषी डिम्पी बावा राजा वड़िंग का क़रीबी साथी है। पंजाब कांग्रेस मुखी के साथ उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है।
झगड़े के पृष्ठभूमि के बारे में बताते हुए, पन्नू ने कहा कि सुखविंदर सिंह कलकत्ता और डिम्पी बावा दोनों एक ही गाँव के थे और उनकी निजी और राजनीतिक दुश्मनी 2018 के सरपंच चुनावों से शुरू हुई थी, जब डिम्पी बावा की पत्नी ने सुखविंदर की माँ के विरुद्ध चुनाव लड़ा था और हार गई थी। पंचायती ज़मीन, पेड़ों की कटाई और गांव के मामलों के विवादों ने उनकी दुश्मनी को और गहरा कर दिया, जिस कारण यह दुखदायी घटना हुई।
पन्नू ने कहा यह एक बड़ा उदाहरण है कि लम्बे समय से चली आ रही गाँव-स्तरीय राजनीतिक दुश्मनी कितनी घातक हो सकती है। पर इसको कानून व्यवस्था के मुद्दे में बदलना या 'आप' सरकार को दोषी ठहराना सरासर गलत है।
उन्होंने कहा कि जब भी इस तरह की घटनाएँ गाँव में हुईं जहाँ कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार 'आप' से हार गए और फिर विजेता का क़त्ल कर दिया, हमने कभी भी उन मौतों का राजनीतिकरण नहीं किया।
'आप' नेताओं ने माँग की कि पंजाब कांग्रेस के प्रधान राजा वड़िंग और चरणजीत सिंह चन्नी को आरोपी गुरदीप सिंह डिम्पी बावा के साथ अपने संबंधों को सार्वजनिक तौर पर स्पष्ट करना चाहिए और बताना चाहिए कि कांग्रेस अभी भी लोगों के साथ खड़े होने की बजाय लाशों पर राजनीति क्यों कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पंजाब के लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए और 'आप' सरकार को गाँव स्तर की निजी दुश्मनी के कारण क़त्ल के लिए बदनाम करने की कोशिश करना बंद करना चाहिए।
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