सुकमा , अक्टूबर 06 -- छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सलवा जुडूम से विस्थापित परिवारों के सर्वे कार्य को लेकर शिक्षकों ने गंभीर आपत्ति जताई है।

कोटा विकासखंड के शिक्षकों ने अनुविभागीय अधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में सर्वे से पहले मानदेय भुगतान, सुरक्षा सुनिश्चित करने और शैक्षणिक कार्यों के सम्मान की मांग की है।

शिक्षकों ने ज्ञापन में कहा कि दो बार पहले ही सर्वे कार्य पूरा किया जा चुका है।लेकिन, मानदेय का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सर्वे दल ने 10-12 हजार रुपये तक का स्वयं का खर्च वहन किया, जिसकी अब तक प्रतिपूर्ति नहीं हुई है।

सुरक्षा को लेकर शिक्षक चिंता जताते हुए कहते हैं, "तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के दूरस्थ इलाकों में सर्वे के दौरान सुरक्षा का कोई पर्याप्त प्रबंध नहीं है। विस्थापित ग्रामीण कई बार नाराजगी जाहिर करते हैं तथा धमकी भी देते हैं।"शिक्षकों ने इस बात पर भी जोर दिया कि विद्यालयों में यूडीआईएसई, एमडीएम गुणवत्ता, छात्रवृत्ति और आधार अपडेशन सहित नौ प्रमुख कार्य चल रहे हैं। एक शिक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "जब एकल शिक्षक वाले स्कूलों के शिक्षक सर्वे में लगेंगे, तो छात्रों की पढ़ाई सीधे प्रभावित होगी।"शिक्षकों ने सुझाव दिया है कि यह कार्य राजस्व, पंचायत या पुलिस विभाग द्वारा कराया जाना चाहिए, न कि शिक्षा विभाग द्वारा।

उल्लेखनीय है कि बस्तर संभाग से पहले ही शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

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