ईटानगर , नवंबर 30 -- अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) केटी परनायक ने सेना की पूर्वी कमान के जनरल ऑफीसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राम चंदर तिवारी से यहां राजभवन में रविवार को मुलाकात के बाद कहा कि देश की पूर्वी सीमाओं की सुरक्षा, पूर्व सैनिकों की भलाई, ज़मीन से जुड़े लंबित मामले और राज्य सरकार के साथ सेना के संपर्क सहित दूसरे मामलों पर चर्चा हुई।
इस बैठक में 3 कॉर्प्स के जनरल ऑफीसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल अभिजीत पेंडारकर भी मौजूद रहे।
राज भवन से जारी एक बयान में कहा गया कि बैठक में लेफ्टिनेंट जनरल परनायक ने सशक्त, सुरक्षित और विकसित भारत के विजन पर ज़ोर देते हुए राष्ट्रीय क्षमताओं को बढ़ाने, सीमावर्ती बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, उन्नत प्रौद्योगिकियों को अपनाने, आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने और सेवारत सैनिकों के कल्याण की सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
लेफ्टिनेंट जनरल परनायक ने कहा कि मज़बूत, सुरक्षित और प्रगतिशील भारत न सिर्फ राष्ट्रीय स्थिरता सुधारेगा, बल्कि उभरती हुई तकनीकों का सही इस्तेमाल और मानवीय मूल्यों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के लोगों की सद्भावना को व्यक्त करते हुए सीमा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने, स्थानीय समुदायों के साथ घनिष्ठ संबंध बढ़ाने और जीवंत गांव कार्यक्रम के कार्यान्वयन में सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए पूर्वी सेना कमांडर की सराहना की।
उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों की बनायी गयी सद्भावना ने सीमावर्ती निवासियों की आर्थिक भलाई में अहम योगदान दिया है। साथ ही इसने नाज़ुक इलाकों में राष्ट्रीय सुरक्षा को भी मजबूत किया है।
उन्होंने सेना से राज्य के विभिन्न भागों में नियमित रूप से पूर्व सैनिकों की रैलियां आयोजित करने का आग्रह किया, क्योंकि कई क्षेत्र चुनौतीपूर्ण भूभाग और दुर्गम हैं। उन्होंने वीर नारियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने, उनके बलिदान और पूर्व सैनिक समुदाय में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करने के महत्व पर भी ज़ोर दिया।
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