चमोली , अक्टूबर 05 -- उत्तराखंड के चमोली जिले के जिला मुख्यालय गोपेश्वर में भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) का जिला सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में किसानों व मजदूरों की आवाज उठाई गई। सम्मेलन में वक्ताओं ने सरकार पर पूंजीपतियों और विदेशी कार्पेट के हितों के लिए नीतियां बनाने का आरोप लगाया।
रविवार को कामरेड राजपाल कन्याल नगर जिला पंचायत सभागार गोपेश्वर में सीटू का जिला सम्मेलन आयोजित किया गया । सम्मेलन की शुरुआत सीटू का झंडा फहराया गया। सीटू के जिला सम्मेलन में मदन मिश्रा, जितेंद्र मल्ल, भारती राणा ने अध्यक्षता की।
सम्मेलन के पर्यवेक्षक राज्य अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र सिंह नेगी ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उ कहा कि आज देश में मजदूर विरोधी नीतियां सरकारों द्वारा अपनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार देशी पूंजीपतियों व विदेशी कॉर्पोरेट घरानो के पक्ष में नीतियां बना रही है जबकि विभागों में नियुक्तियों पर प्रतिबंध लगा है। जो नियुक्तियां हो रही हैं वह ठेके पर और संविदा पर नितांत अस्थाई नियुक्तियां हो रही हैं। सीटू के जिला महामंत्री जितेंद्र मल्ल ने बताया सीटू के जिला सम्मेलन में श्रमिक विरोधी नीतियों और बढ़ती बेरोजगारी के विरुद्ध प्रस्ताव पारित किए गए।
सीटू के सम्मेलन में भारत की जनवादी नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष कमलेश गौड़, किसान सभा के जिला अध्यक्ष बस्ती लाल किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष भूपाल सिंह रावत, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की जिला अध्यक्ष गीता बिष्ट ने भी संबोधित किया।
सम्मेलन में जिला महामंत्री मनमोहन रौतेला ने तीन वर्षों की रिपोर्ट सम्मेलन में प्रस्तुत की। सीटू के जिला सम्मेलन 15 सदस्यीय जिला कमेटी का चुनाव किया गया।राजेंद्र नेगी को अध्यक्ष जितेंद्र मल्ल को महामंत्री और ,मदन मिश्रा, देवेंद्र खनेड़ा को उपाध्यक्ष, भारती राणा, मिलन भंडारी को सचिव, और धीरज नेगी को कोषाध्यक्ष चुना गया।
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