देहरादून , अक्टूबर 17, -- ेंद्रीय महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास (आईसीडीएस) राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने शुक्रवार को उत्तराखंड के देहरादून में मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत पोषण और मिशन शक्ति चैंपियंस को सम्मानित करने के साथ किशोरियों को महालक्ष्मी किट का वितरण किया।

केंद्रीय मंत्री श्रीमती ठाकुर ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के अंतर्गत, एक करोड़ 56 लाख 33 हज़ार की किश्त राज्य के 5211 लाभार्थियों को ट्रांसफर की। उन्होंने राज्य आईसीडीएस द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और स्टाल्स पर मौजूद लोगों और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से स्टाल्स पर मौजूद सामग्री की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने उत्तराखण्ड के मिल्लेट्स से बने लोकल उत्पादों के बारे में भी जानकारी ली।

श्रीमती ठाकुर ने कहा कि पोषण अभियान के तहत भारत सरकार की कोशिश है कि हर बच्चा स्वस्थ हो, हर माँ सशक्त हो। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के धार से पोषण अभियान का शुभारम्भ किया तो उन्होंने सन्देश देते हुआ कहा था कि स्वस्थ नारी सशक्त परिवार विकसित भारत कि आधारशिला है । उन्होंने कहा की 2018 में शुरू हुआ राष्ट्रीय पोषण अभियान आज एक जन आन्दोलन बना गया है। उन्होंने कहा की पोषण अभियान की सफलता का श्रेय देश की लाखों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, विभाग से जुड़े लोगों को जाता है।

कार्यक्रम में उपस्थित राज्य की आईसीडीएस मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण ही "सोने की चिड़िया वाले भारत" की असली ताकत है। उन्होंने केंद्र सरकार और मंत्रालय के निरंतर प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पोषण ट्रैकर के माध्यम से प्राप्त वास्तविक समय डेटा ने सेवा वितरण को अधिक पारदर्शी और मापनीय बना दिया है। उन्होंने कहा कि इस ट्रैकर ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सशक्त किया है और जवाबदेही सुनिश्चित की है। इसे उन्होंने "जमीनी प्रतिबद्धता पर भरोसे की मुहर" कहा।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड में एनीमिया के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष बताते हुए उन्होंने कहा कि यह पोषण और स्थानीय कृषि दोनों के लिए "गेम-चेंजर" साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पाद और पारंपरिक भोजन भारत की पोषण आत्मनिर्भरता की रीढ़ है।

आईसीडीएस के अतिरिक्त सचिव, आईएएस लव अग्रवाल ने पोषण ट्रैकर के माध्यम से वास्तविक समय में डिजिटल निगरानी और मिशन पोषण 2.0 के तहत मापनीय प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि देशभर में 14 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 10 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। जबकिव13 लाख से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को पोषण ट्रैकर ऐप से जुड़े स्मार्टफोन प्रदान किए गए हैं, जिससे सटीक डेटा और समय पर पोषण सहायता सुनिश्चित हो रही है।

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