रतलाम , अक्टूबर 10 -- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि समाज के सहयोग और सामाजिक संस्थाओं की सक्रियता से सामुदायिक महत्व के कई कार्य संभव हुए हैं।

डॉ. यादव ने शुक्रवार को यहां काटजू नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में नव निर्मित 'संघ शताब्दी सभागार' का लोकार्पण करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक संस्थाएं समाज के सहयोग से सामुदायिक महत्व के कार्यों का संपादन और अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करती हैं। समाज के सहयोग से कई स्थानों पर मंदिर, शालाओं और अन्य सामुदायिक महत्व के भवनों का निर्माण और अन्य महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुए हैं।

उन्होंने कहा कि दुनिया में कई देश सैन्य और आर्थिक रूप से मजबूत है, लेकिन भारत दुनिया का इकलौता देश है, जहां सनातन संस्कृति से समाज चल रहा है। हम शक्ति में विश्वास न करते हुए संस्कारों में विश्वास करते हैं और सर्वे भवन्तु सुखिनः के भाव के साथ चलते हैं। भारत हजारों सालों से विश्व गुरू रहा है हमने तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला विश्वविद्यालयों के माध्यम से दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई थी। दुनिया के कई देशों के लोग सुशासन की स्थापना के लिए अपने देश के नागरिकों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए भारत भेजते थे।

इस मौके पर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री उज्जैन के आधुनिक विश्वकर्मा हैं। उनके नवाचार और विकास के कार्य आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। डॉ यादव के मार्गदर्शन में प्रदेश में नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन हुआ है, हमें इसे विस्तार देना है। इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी, महापौर प्रहलाद पटेल, निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा सहित जनप्रतिनिधि और विद्यार्थी उपस्थित थे।

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