जयपुर, सितंबर 28 -- राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ क्षेत्र में पुलिस ने ऑनलाइन ठगी और साइबर अपराधों पर नकेल कसने के लिए जारी ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत साइबर ठगों को कमीशन पर बैंक खाते (म्यूल अकाउंट्स) मुहैया कराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो महिलाओं सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने रविवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के संदिग्ध बैंक खातों में करीब दो करोड़ छह लाख रुपये की साइबर ठगी की राशि का लेन-देन पाया गया है। उन्होंने बताया कि खाता धारक सोनिया मीना (20), प्रिया मीना (27), अनिल मीना (21), खाता आपूर्तिकर्ता खरीददार संजय कुमार मीना और कमीशन पर पैसे निकालने वाले कपिल कुमार जाट (25), मृदुल कुमार (20) और अनिल सिंह जाट (23) को गिरफ्तार किया गया है।

श्री चौधरी ने बताया कि साइक्लोन सेल से प्राप्त जानकारी के अनुसार दो संदिग्ध बैंक खातों बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब एंड सिंध बैंक में साइबर ठगी की 40 शिकायतें दर्ज थीं। जांच में पता चला कि ये खाते प्रिया मीना और सोनिया मीना के नाम पर थे और फर्म का नाम सोनिया ब्यूटी पार्लर दर्ज था। पूछताछ में इन महिलाओं ने बताया कि उन्होंने संजय और अनिल मीना से 20-20 हजार रुपये में ये खाते खरीदे थे, ताकि उन्हें ऑनलाइन ट्रेडिंग और गेमिंग ऐप्स के लिए इस्तेमाल किया जा सके।

उन्होंने बताया कि ये खाते वास्तव में ठगी के सरगना कपिल सिंह, मृदुल कुमार और अनिल सिंह को बेचे जा चुके थे। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने खाताधारक महिलाओं, खाते के आपूर्तिकर्ता और ठगी की रकम का निस्तारण (एटीएम से पैसे निकालने) करने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

श्री चौधरी ने बताया कि यह गिरोह भोले-भाले लोगों को पैसे का लालच देकर उनके नाम पर चालू और निगमित खाते खुलवाते थे। ये खाते अनिल मीना और उसके साथी आगे कपिल, मृदुल और अनिल सिंह जैसे मुख्य सरगनाओं को कमीशन पर बेचते थे। इन खातों में साइबर ठगी से कमाई गई राशि जमा होती थी, जिसे यूपी के आरोपी एटीएम से निकालकर या यूएसडीटी (क्रिप्टोकरेंसी) में बदलकर कमीशन लेते थे। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एक लेपटॉप, 30 एटीएम कार्ड, सात मोबाइल फोन, दो चेक बुक और हिसाब-किताब की दो डायरियां बरामद की हैं।

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