कपूरथला , अक्टूबर 30 -- मानक शिक्षा को प्रोत्साहित करने और विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच एवं जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पुष्पा गुप्ता साइंस सिटी ने गुरुवार को पंजाब भर के शैक्षिक संस्थानों के निदेशकों, जिला शिक्षा अधिकारियों और स्कूल प्रधानाचार्यों की एक बैठक की मेजबानी की।
इस प्रोग्राम का उद्देश्य स्कूलों और साइंस सिटी के बीच एक संबंध मजबूत करना था, जिससे विज्ञान की शिक्षा अधिक पहुंच योग्य बने। ऐसे प्रयासों के माध्यम से छात्र को वर्ग में अनौपचारिक शिक्षा के साथ जोड़ने के लक्ष्य प्रभावी तरीके से प्राप्त किये जा सकते हैं।
पुष्पा गुजराल साइंस सिटी की निदेशक डॉ राजेश ग्रोवर ने शिक्षा के भविष्य की बेहतरी के लिए सहयोगी प्रयासों की आवश्यकता को उजागर करते हुए इस बात पर बल दिया कि ऐसी अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है, जो वैज्ञानिक सोच, नवीनता और रचनात्मकता को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करे। उन्होंने स्कूल प्रमुखों से आग्रह करते हुए कहा कि अनौपचारिक शिक्षा को अपनाना चाहिए कि पारंपरिक शिक्षण विधियां उदासीन हो सकती हैं और बहुत सारे सिद्धांतों को सरल तरीकों से समझाने के लिए आवश्यक संसाधनों की भी कमी हो जाती है। उन्होंने कहा कि पुष्पा गुजराल साइंस सिटी शिक्षा का केंद्र है और समाज में वैज्ञानिक सोच पैदा करने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहा है। साइंस सिटी समाज में वैज्ञानिक कौशल पैदा करने के लिए पूरे साल बिना गणित के वैज्ञानिक कार्यक्रम कराये जाते रहते हैं।
इस अवसर पर मेहमानों को साइंस सिटी का विस्तृत दौरा करवाया गया और शिक्षा के मानक को उच्चतम बनाने वाली विभिन्न सुविधाओं और प्रदर्शनों की जानकारी दी गयी। सभी मेहमानों ने उन विज्ञान की जादुई दुनिया को देखा जो छात्रों की शिक्षा के लिए फायदेमंद हैं। इस अवसर पर पंजाब के विभिन्न जिलों से शिक्षाविदों को साइंस सिटी का ईको-ईको शख्स भी दिखाया गया, जहां जिला शिक्षा अधिकारी और स्कूल प्रमुखों ने धरती के विभिन्न प्रकार के वातावरण का अनुभव प्राप्त किया। इस मौके पर मौजूद शैक्षिक विशेषज्ञों ने युवाओं में वैज्ञानिक सोच पैदा करने और साइंस सिटी की प्रतिबद्धता की प्रशंसा की।
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