कोटा , अक्टूबर 11 -- राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा है कि सांगोद विधानसभा क्षेत्र के विद्यालयों में निर्माण कार्य की सतर्कता दल द्वारा जांच कराई जायेगी।

श्री नागर ने जिला कलेक्टर को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को एजेंसी बनाते हुए सतर्कता दल बनाने के निर्देश दिए हैं। यह दल पिछले वर्षों में हुए विभिन्न निर्माण कार्यों की जांच करेगा। जिन विद्यालयों के भवन पांच-सात वर्ष में ही जर्जर हो गए हैं। ऐसे विद्यालयों की जांच व्यापक स्तर पर होगी।

श्री नागर ने शनिवार को उरना, नरसिंहपुरा, खोदियाखेड़ी, खजूरना, जांगलियाहेड़ी, मोहनपुरा, कोटबावड़ी, बंजारा बस्ती, मंगलपुरा, आवां, किशोरपुरा, लाडपुरा, गुजरियाहेड़ी, जुगलपुरा, गोपालपुरा, सावन भादो क्षेत्र के गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने खोद्याखेड़ी और उरना, खजूरना गांवों में विद्यालयों का निरीक्षण भी किया।

ऊर्जा मंत्री खजूरना के विद्यालय में पहुंचे जहां लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अनुशंसा पर विद्यालय भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान उन्होंने घटिया निर्माण देखकर ठेकेदार को फटकार लगाई। यहां पर पुराने विद्यालय का फर्श एक फुट नीचे धंसा हुआ था। जब फर्श को उखाड़ कर देखा तो उसमें सीमेंट नहीं डाला गया था।

श्री नागर ने उरना में भी निरीक्षण किया। जहां के भवन में छत का एक हिस्सा गिरा हुआ था और सरिए बाहर निकले हुए थे। यहां छह इंच की जगह चार इंच की छत डाली गई थी। जबकि 12 की जगह आठ एमएम के सरिया का इस्तेमाल हुआ था। छत लटकी हुई मिली। बच्चे बाहर बैठकर पढ़ते हैं। आंगनबाड़ी भवन के भी ऐसे ही हालात मिले।

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