भोपाल , दिसंबर 25 -- मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग द्वारा कमलनाथ सरकार की किसान कर्जमाफी को फर्जी बताए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने जिलेवार आंकड़े साझा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान लगभग 27 लाख किसानों का 11 हजार 646 करोड़ 96 लाख रुपये का कर्ज माफ किया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि किसानों के साथ धोखा करने वाली भाजपा सरकार के मंत्री ने कर्जमाफी को लेकर सरासर झूठ बोला है। उन्होंने कहा कि इस बयान के लिए मंत्री को प्रदेश की जनता और किसानों से माफी मांगनी चाहिए। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही पहला निर्णय किसानों की कर्जमाफी का लिया गया था और इसे दो चरणों में लागू किया गया।
कमलनाथ ने कहा कि यदि भाजपा ने छलपूर्वक कांग्रेस सरकार नहीं गिराई होती तो शेष किसानों का कर्ज भी माफ कर दिया जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि गेहूं और धान पर न्यूनतम समर्थन मूल्य का वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है और किसान रबी व खरीफ दोनों मौसम में खाद की समस्या से जूझ रहे हैं।
इससे पहले सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि सहकारी बैंकों की खराब आर्थिक स्थिति के लिए 15 महीने की कांग्रेस सरकार की किसान कर्जमाफी योजना जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि इस योजना का सीधा असर पैक्स और बैंकों पर पड़ा, जिससे व्यवस्थाएं कमजोर हुईं। सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार ने 300 करोड़ रुपये की सहायता देकर छह बैंकों को संबल दिया है और अगले दो वर्षों में सभी बैंकों को सुचारू कर दिया जाएगा।
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