जयपुर , अक्टूबर 31 -- केंद्र सरकार के सरकार के सहकारिता मंत्रालय ने 'सहकार से समृद्धि' की संकल्पना को साकार करने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर राजस्थान की सराहना की है। सहकारिता मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव पंकज बंसल की अध्यक्षता शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 'सहकार से समृद्धि' की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी, जिसमें विभिन्न पहलों की क्रियान्विति की समीक्षा की गई। इस बैठक में सहकारिता मंत्रालय के संयुक्त सचिव सिद्धार्थ जैन मौजूद रहे। वहीं सहकारी समितियों के पंजीयक विश्व मोहन शर्मा और सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी नेहरू सहकार भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए।
श्री बंसल ने कहा कि नवीन एम-पैक्स गठन की दिशा में राजस्थान में बेहतरीन कार्य हुआ है। राज्य में निर्धारित लक्ष्यों से अधिक एम-पैक्स का गठन किया गया है और इस मामले में राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने विश्व की वृहद् अन्न भण्डारण योजना तथा राष्ट्रीय स्तर पर गठित तीन बहुराज्यीय सहकारी समितियों की सदस्यता के मामले में उल्लेखनीय कार्य करने पर राज्य की सराहना की। साथ ही, पैक्स कम्प्यूटराइजेशन की दिशा में उत्कृष्ट कार्य के लिए भी राज्य की तारीफ की। उन्होंने डेयरी समितियों के गठन की दिशा में अधिक क्षमता से प्रयास किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
वहीं, श्री शर्मा ने बताया कि राज्य में पैक्सविहीन समस्त ग्राम पंचायतों में नवीन एम-पैक्स के गठन की कार्रवाई तीव्र गति से की जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्व की वृहद् अन्न भण्डारण योजना के तहत राज्य में 500 टन क्षमता के 171 गोदामों के निर्माण की स्वीकृति जारी की जा चुकी है। इनमें से 104 गोदामों का निर्माण कार्य शुरू करके 70 गोदामों का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन 18 गोदामों का कार्य आगामी 15 दिवस में और 11 गोदामों का निर्माण कार्य नवम्बर के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
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