रांची , नवम्बर 19 -- झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने रांची के बेड़ो प्रखंड के पंडरा, जमुनी और रोगो गांव में सरना - मसना स्थल की घेराबंदी योजना का शिलान्यास किया।
पंडरा मसना स्थल का 18 लाख 70 हजार , जमुनी सरना स्थल का 24 लाख 76 हजार , जमुनी मसना स्थल का 11 लाख 40 हजार और रोगो मसना स्थल का 16 लाख 45 हजार रुपए की लागत से घेराबंदी होना है। शिलान्यास के मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणों की मौजूदगी रही।
इस मौके पर सुश्री तिर्की ने कहा कि इस स्थल से ग्रामीणों का सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं भावनात्मक जुड़ाव है।
घेराबंदी के अभाव में लगातार ऐसे धरोहरों का अतिक्रमण हो रहा है। ऐसे में समाज की जागरूकता और सरकार की योजना से सरना - मसना स्थल की पहचान को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अपना स्वार्थ त्याग कर अपने पुरखों के धरोहर को बचाने में सामूहिक जिम्मेवारी का निर्वहन करें।
इस मौके पर सुश्री तिर्की ने ग्रामीणों को एसआईआर को लेकर सतर्क रहने और इस प्रक्रिया को गंभीरता से लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बीएलओ के द्वारा इस वक्त एसआईआर का काम किया जा रहा है। अपने और अपने परिवार का सत्यापन हर हाल में कराना है। जरूरी कागजात को इस प्रक्रिया का हिस्सा बनाते हुए मतदाता सूची में अपना नाम सुनिश्चित कराना होगा।
सुश्री तिर्की ने ग्रामीणों किसानों को मडुआ की खेती में सरकार के द्वारा प्रति एकड़ तीन हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दिए जाने की जानकारी देते हुए इसका लाभ उठाने की बात कही। इस दौरान बढ़ती ठंड के मद्देनजर ग्रामीणों के बीच कंबल का भी वितरण किया गया।
शिलान्यास कार्यक्रम में प्रखंड अध्यक्ष करमा उरांव, उप प्रमुख मुद्दसिर हक, बुध राम लोहरा, करमचंद भगत, चरवा उरांव , फहीम, शंभू बैठा, सुबल उरांव, बीरेंद्र उरांव, सामू मुंडा, मदन मुंडा ,मांगरा मुंडा , शंकर मुंडा, टिपा मुंडा, केम्बा उरांव, सीरियल बाड़ला, मौजूद थे।
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