जयपुर , नवम्बर 18 -- राजस्थान में सरदारएट150 यूनिटी मार्च की राज्य कार्यशाला में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रभारी, राष्ट्रीय महामंत्री और सांसद डॉ राधामोहन दास अग्रवाल ने सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन, योगदान और राष्ट्र-निर्माण में उनकी ऐतिहासिक भूमिका को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया।
डॉ. अग्रवाल ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस शासनकाल में इतिहास के कई तथ्य दबाये गये और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को व्यवस्थित रूप से कम करके दिखाया गया। सरदारएट150 यूनिटी मार्च का उद्देश्य सरदार पटेल के व्यक्तित्व, उनके राष्ट्र एकीकरण के प्रयासों और उनके वास्तविक ऐतिहासिक योगदान को देश तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल दृढ़ इच्छाशक्ति, ईमानदारी, निष्ठा और स्वाभिमान के प्रतीक थे। अंग्रेजी शासनकाल में भी उन्होंने अपनी शर्तें मनवाकर अपने अदम्य साहस का परिचय दिया था।
डा़ॅ अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने न सिर्फ सरदार पटेल से प्रधानमंत्री पद तक छीन लिया, बल्कि उन्हें 1991 में भारत रत्न देने वाले तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव को सजा तक दी, जबकि पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी ने स्वयं को यह सम्मान प्रदान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 130 करोड़ देशवासियों के योगदान से दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बनाकर सच्ची श्रद्धांजलि दी है और अब उनकी 150वीं जयंती पर यह यूनिटी मार्च उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाएगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने रियासतों का सफल एकीकरण करके एक भारत की नींव रखी। यह यूनिटी मार्च उसी एकता, अखंडता और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक है। राजस्थान से निकलने वाली गंगा प्रवाह और यमुना प्रवाह का राज्यभर में भव्य स्वागत किया जाएगा और प्रतिभागियों को राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और आतिथ्य की यादगार अनुभूति कराई जाएगी।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि यात्रियों का स्वागत 'बारात के स्वागत' जैसा उत्साहपूर्ण हो। स्थानीय उत्पाद भेंट किये जाएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हों और दर्शनीय स्थलों का भ्रमण भी करवाया जाये। यूनिटी मार्च में प्रत्येक सांसद, प्रत्येक विधायक और जिलों के जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक जितेंद्र गोठवाल ने यूनिटी मार्च की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए बताया कि गंगा प्रवाह 22 नवंबर को नयी दिल्ली से रवाना होकर उसी दिन अलवर पहुंचेगी। अलवर से कोटा, उदयपुर होते हुए यह गुजरात में प्रवेश करेगी। यहां अलवर में पौधारोपण, योग कार्यक्रम, कोटा में कोचिंग संस्थानों में संवाद, उदयपुर में योग, पौधारोपण एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि 26 नवंबर को जयपुर में यमुना प्रवाह को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। यमुना प्रवाह जयपुर, बगरू, पुष्कर,अजमेर, जैतारण, जोधपुर, पाली और सिरोही होते हुए गुजरात में प्रवेश करेगी। कार्यक्रम के अनुसार 26 नवंबर को दिन में कॉलेज संपर्क अभियान, रात्रि में पुष्कर में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह, 27 नवंबर को अजमेर में योग, छात्र परिसर संपर्क, पौधारोपण, रात्रि में जोधपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 28 नवंबर को जोधपुर में मेहरानगढ़ किला अवलोकन, पाली के लिए प्रस्थान, रात्रि में माउंट आबू में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भ्रमण, 29 नवंबर को आबू से गुजरात के आणंद के लिए प्रस्थान किया जाएगा।
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