नयी दिल्ली , दिसंबर 16 -- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री बी एल वर्मा ने मंगलवार को लोक सभा में बताया कि सरकार बुजुर्गों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठा रही है और बच्चों तथा बुजुर्गों के बीच भावनात्मक लगाव बढ़ाने के लिए स्कूलों में शिक्षक-अभिभावक बैठकों में दादा-दादी एवं नाना-नानी को भेजने को बढ़ावा देने के प्रयास किये जा रहे हैं।
श्री वर्मा ने प्रश्न काल में एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि बच्चों का दादा-दानी और नाना-नानी से प्रेम भाव बढ़ाने के प्रयासों के तहत किये जा रहे अनेक उपायों में स्कूलों में होने वाली शिक्षक-अभिभावक बैठकों में बुजुर्गों को भेजने को बढ़ावा देने की कोशिशें की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिक कल्याण योजना के तहत बुजुर्गों को निशुल्क आश्रय प्रदान किया जाता है। आश्रय स्थल में बुजुर्गों को अनेक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं और उनमें निरंतर वृद्धि की जा रही है। राज्य सरकारों की ओर से आने वाले सुझाव और मांगों पर प्राथमिकता के आधार पर निर्णय लिये जाते हैं।अटल वयो अभ्युदय योजना के तहत राज्यों को निधि दी जाती है। इस योजना के तहत सात लाख वृद्धों का जीवन आसान बनाने का काम किया गया है। इस योजना के तहत बुजुर्गों को तरह-तरह की सुविधायें दी जाती हैं।
श्री वर्मा ने कांग्रेस के मनीष तिवारी के प्रश्न के उत्तर में बताया कि केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में बुजुर्गों के लिए बुढ़ापा पेंशन में बढ़ोतरी के लिए प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है। प्रस्ताव मिलने पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को भी स्व सहायता समूह से जोड़ने के लिए आजीविका मिशन के तहत प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकारों और सदन के सदस्यों से इस कार्य में सहयोग का आह्वान किया जिससे इन महिलाओं को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जा सके।
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