सिलीगुड़ी , अक्टूबर 14 -- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार हाल ही में आयी बाढ़ और भूस्खलन से तबाह हुए दार्जिलिंग सहित उत्तरी बंगाल के प्रभावित जिलों में व्यापक और 24 घंटे राहत अभियान सुनिश्चित करने के लिए सभी संसाधन जुटा रही है।
सुश्री बनर्जी रविवार से प्रभावित इलाकों के दौरे पर है तथा बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित इलाकों में चल रहे राहत एवं पुनर्वास कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी और समीक्षा कर रही हैं। उन्होंने 12 अक्टूबर को अलीपुरद्वार के हासीमारा का दौरा किया और कल सबसे बुरी तरह प्रभावित नागराकाटा, चलसा, जलपाईगुड़ी जिले के माल और कुर्सियांग का दौरा किया एवं प्रभावित परिवारों से मुलाकात की, अधिकारियों से बातचीत की और जमीनी स्तर पर चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने आज भूस्खलन प्रभावित इलाकों की स्थिति का व्यक्तिगत रूप से आकलन करने और यह सुनिश्चित करने के लिए मिरिक के दूसरी ओर का दौरा किया कि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति को उनकी ज़रूरत की सहायता मिले।
सुश्री बनर्जी ने कहा कि नागराकाटा के अपने दौरे के दौरान उन्होंने बामनडांगा और टांडू के राहत शिविरों में निवासियों से बातचीत की और यह सुनिश्चित किया कि उन्हें भोजन, आश्रय और चिकित्सा सुविधाएँ बिना किसी रुकावट के उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा, "मैंने गाठिया नदी पर बने तनातनी पुल के मरम्मत कार्य की भी समीक्षा की। पुल अचानक आई बाढ़ के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था और बाद में कालीखोला पुल का निरीक्षण किया जिसका अब लोक निर्माण विभाग द्वारा जीर्णोद्धार किया जा रहा है।"मुख्यमंत्री ने बामनडांगा राहत शिविर में सरकार की व्यापक पुनर्वास पहल के तहत बाढ़ पीड़ितों के परिजनों को होमगार्ड की नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने कहा, "जलपाईगुड़ी के आठ और कूचबिहार के दो लाभार्थियों सहित दस लाभार्थियों को उनके पत्र प्राप्त हुए। मैंने यह भी घोषणा की है कि आपदा में जिन परिवारों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें राज्य योजना के तहत पुनर्निर्माण के लिए 1.2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। बाढ़ में खोए ज़रूरी दस्तावेज़ों को वापस पाने में प्रभावित लोगों की मदद के लिए विशेष शिविर लगाए गए हैं, जबकि जिन छात्रों की किताबें चली गईं, उन्हें नई अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।"सुश्री बनर्जी ने कहा कि सभी प्रभावित इलाकों में खाद्य सामग्री, आपदा प्रबंधन सामग्री और अन्य ज़रूरी चीज़ें बड़े पैमाने पर वितरित की जा रही हैं। उन्होंने कहा, "हमारी माँ-माटी-मानुष सरकार ने व्यापक और चौबीसों घंटे राहत अभियान सुनिश्चित करने के लिए सभी संसाधन जुटाए हैं। प्राकृतिक आपदाएँ हमारे नियंत्रण से बाहर हैं, लेकिन हमारी करुणा, तैयारी और सामूहिक संकल्प हमारी प्रतिक्रिया को परिभाषित करते हैं। उत्तर बंगाल के लोगों का साहस, धैर्य और दृढ़ता मुझे प्रेरित करती रहती है। हमारी राज्य सरकार सामान्य स्थिति पूरी तरह से बहाल होने तक, हर घंटे, हर दिन आपके साथ रहेगी।"मुख्यमंत्री ने बुधवार को दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और मिरिक के लिए एक प्रशासनिक बैठक बुलाई है।
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