, Oct. 23 -- बैठक में नौसेना के लिए लैंडिंग प्लेटफ़ॉर्म डॉक्स (एलपीडी), 30 मिमी नेवल सरफेस गन (एनएसजी), एडवांस्ड लाइट वेट टॉरपीडो (एएलडब्ल्यूटी), इलेक्ट्रो ऑप्टिकल इंफ्रा-रेड सर्च एंड ट्रैक सिस्टम और 76 मिमी सुपर रैपिड गन माउंट के लिए स्मार्ट गोला-बारूद की खरीद के लिए भी जरूरत के आधार पर खरीद की स्वीकृति प्रदान की गयी है।
एलपीडी की खरीद से नौसेना को सेना और वायु सेना के साथ समुद्र और जमीन दोनों जगह से अभियान चलाने में मदद मिलेगी। एलपीडी से मिलने वाली एकीकृत समुद्री क्षमता नौसेना को शांति अभियानों, मानवीय सहायता और आपदा राहत आदि में भी मदद करेगी। नौसेना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला, डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित एएलडब्ल्यूटी पारंपरिक, परमाणु और छोटी पनडुब्बियों को निशाना बनाने में सक्षम है। इस 30 मिमी एनएसजी की खरीद से भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल की कम तीव्रता वाले समुद्री अभियानों और समुद्री डकैती-रोधी भूमिकाओं को निभाने की क्षमता में वृद्धि होगी।
रक्षा खरीद परिषद ने वायु सेना के लिए सहयोगी लंबी दूरी लक्ष्य विनाश प्रणाली (सीएलआरटीएस/डीएस) और अन्य प्रस्तावों के लिए भी जरूरत के आधार पर स्वीकृति प्रदान की है। सीएलआरटीएस/डीएस में मिशन क्षेत्र में स्वचालित टेक-ऑफ, लैंडिंग, नेविगेशन, पता लगाने और पेलोड पहुंचाने की क्षमता है।
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