नयी दिल्ली , नवंबर 24 -- सरकार ने कहा है कि भारत में मोबाइल कनेक्टिविटी के तेज़ी से विकास के साथ उपकरणों के अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान (आईएमईआई) नंबर का दुरुपयोग एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है।

संचार मंत्रालय की ओर से सोमवार कहा गया है नागरिकों को छेड़छाड़ किए गए आईएमईआई नंबर वाले मोबाइल डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उन्हें फर्जी कागजात या धोखाधड़ी से सिम कार्ड नहीं खरीदना चाहिए। सरकार ने कहा कि किसी व्यक्ति के नाम पर खरीदे गए सिम को दूसरे अनजान व्यक्ति को देने से बचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जो नागरिक अपने नाम पर सिम कार्ड खरीदते हैं और साइबर धोखाधड़ी में दुरुपयोग के लिए इस सिम कार्ड को दूसरों को देते हैं तो उन्हें भी अपराधी माना जाएगा।

उन्होंने कहा कि नागरिकों को पता होना चाहिए कि उन्हें छेड़छाड़ किए गए आईएमईआई नंबर वाले डिवाइस का इस्तेमाल करने, धोखाधड़ी से सिम कार्ड लेने या अपने सिम कार्ड किसी ऐसे व्यक्ति को देने, जो साइबर धोखाधड़ी के लिए उनका दुरुपयोग करता है, पर गंभीर कानूनी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति के नाम पर खरीदे गए सिम कार्ड का कोई दूसरा व्यक्ति गलत इस्तेमाल करता है तो ऐसी स्थिति में ऑरिजनल यूजर को भी अपराधी माना जा सकता है।

सरकार ने संचार साथी पहल भी लागू की है जो नागरिकों को अपने मोबाइल कनेक्शन सत्यापित और सुरक्षित करने के लिए डिजिटल उपकरण प्रदान करती है। सरकार ने दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने और सभी नागरिकों के लिए एक सुरक्षित दूरसंचार तंत्र सुनिश्चित करने के लिए सख्त जांच व्यवस्था लागू की है।

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