नयी दिल्ली , अक्टूबर 28 -- कांग्रेस ने सरकार पर अग्निवीरों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि पहले सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया था लेकिन अब गृह मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर बताया है कि रिटायर अग्निवीरों को देश की टॉप दस प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों में रखा जाएगा।

कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के प्रमुख कर्नल रोहित चौधरी ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में अधिसूचना को अग्निवीरों के साथ धोखा बताया और कहा कि यह योजना देश की सुरक्षा और युवाओं के लिए घातक है इसलिए इस योजना को खत्म किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार हमारे जवानों के साथ सही नहीं कर रही है। ये साफ तौर पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले ही 'जय जवान अभियान' चलाया था और अब 'जय जवान अभियान' का दूसरा भाग चल रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार कह रहे हैं कि देश को कम प्रशिक्षित सैनिक दिए जा रहे हैं और मोदी सरकार सैनिकों की पेंशन काटकर अपने पूंजीपति मित्रों की तिजोरी भर रही है।

कर्नल चौधरी ने कहा "हम सभी वचनबद्ध हैं कि अग्निवीर योजना देश की सुरक्षा और युवाओं के लिए घातक है, ये खत्म होनी चाहिए। मोदी सरकार अगर ऑपरेशन सिंदूर में अच्छा काम करने वाले सैनिकों को प्रोत्साहन नहीं दे सकती थी तो उन्हें धोखा भी नहीं दिया जाना चाहिए था। मोदी सरकार ने वादा किया था कि हम अग्निवीरों को सेवानिवृत्त होने के बाद सरकारी नौकरी देंगे लेकिन अब गृह मंत्रालय ने अधिसूचना जारी की है-जिसमें बताया गया है कि रिटायर होने वाले अग्निवीरों को देश की टॉप 10 प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी में रखा जाएगा।"उन्होंने तंज करते हुए सवाल किया कि मोदी सरकार ने सिर्फ 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थायी किया है तो बाकी वापस लौटकर क्या भाजपा दफ्तर या किसी कंपनी के बाहर दरबान की नौकरी करेंगे। क्या अग्निवीर अब अडानी डिफेंस के अंदर जाएंगे और वहां जाकर एक प्राइवेट आर्मी की तरह काम करेंगे। सरकार अधिसूचना जारी कर कहती है कि अग्निवीरों को सिक्योरिटी एजेंसियों में शामिल करें।

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