नयी दिल्ली , अक्तूबर 06 -- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को कहा कि दिल्लीवासियों की भावनाओं और दीपावली को लेकर लोगों के असीम प्रेम एवं आस्था का सम्मान करते हुए दिल्ली सरकार शीर्ष न्यायालय से निवेदन करेगी कि दीपावली पर प्रमाणित ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति प्रदान की जाए।

श्रीमती गुप्ता ने आज कहा , "हमारी सरकार का मानना है कि जनभावनाओं और पर्यावरण संरक्षण, दोनों के बीच संतुलन आवश्यक है। इस पहल का उद्देश्य परंपराओं का सम्मान करते हुए प्रदूषण नियंत्रण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ करना है।" उन्होंने कहा कि दीपावली को लेकर दिल्लीवालों में अलग ही उत्साह, उमंग और उल्लास नजर आता है। यह पर्व न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि दिल्ली की आर्थिक और सांस्कृतिक धड़कन का प्रतीक भी है। इस पर्व को शानदार और वैभवपूर्ण बनाने के लिए दिल्ली वाले आतिशबाजी का खूब उपयोग करते रहे थे, लेकिन प्रदूषण व विभिन्न कारणों से इसे रोक दिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा , "हमारी सरकार शीर्ष न्यायालय से यह निवेदन करने जा रही है कि दीपावली पर्व पर प्रमाणित ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति प्रदान करें। दिल्ली सरकार पर्यावरण सुरक्षा और प्रदूषण नियंत्रण के प्रति पूरी निष्ठा से प्रतिबद्ध है। शीर्ष न्यायालय को आश्वस्त किया जाएगा कि दिल्ली सरकार न्यायालय के सभी दिशा-निर्देशों और मानकों का पूर्ण पालन करेगी।"श्रीमती गुप्ता ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी ग्रीन पटाखे केवल अधिकृत संस्थाओं द्वारा निर्मित हों तथा सक्षम व संबंधित विभागों द्वारा प्रमाणित किए गए हों। उनकी सरकार का उद्देश्य है कि दिल्लीवासी स्वच्छ व सुरक्षित वातावरण में जगमगाती दीपावली को खुशियों और उमंगों से मनाएं। दीपावली भारतीय सांस्कृति का सबसे बड़ा धार्मिक पर्व है, जो जनता की भावनाओं में गहराई से रचा-बसा है। पिछले अनुभवों के आधार पर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध से वांछित परिणाम प्राप्त नहीं हुए हैं। दिल्ली सरकार पर्यावरण की रक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को दोहराती है और केंद्र सरकार तथा शीर्ष न्यायालय के साथ पूर्ण सहयोग का आश्वासन देती है, ताकि इस संबंध में जारी किसी भी निर्देश को लागू किया जा सके।

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