भोपाल, सितंबर 25 -- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पंडित दीनदयाल के विचार राज्य सरकार के लिए मार्गदर्शक हैं। पंडित दीनदयाल ने अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के जीवन में सुख की कामना करते हुए एकात्म मानववाद का दर्शन दिया। डा़ यादव ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की 109वीं जयंती पर यहां लालघाटी स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि स्वदेशी और आत्मनिर्भरता ही हमारी संस्कृति और गांवों की व्यवस्था का आधार रही है, यह स्वावलंबन की भावना ही पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों का आधार थी। पं. दीनदयाल और महात्मा गांधी के विचारों में बहुत समानता थी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जीएसटी सुधारों के माध्यम से देशवासियों को बड़ी सौगात दी है। इससे छोटे व्यापारियों और कारीगरों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था और देश के किसानों, कारीगरों, छोटे व्यापारियों की बेहतरी के लिए सभी से स्वदेशी अपनाने का आव्हान किया।
इस कार्यक्रम में उन्होंने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के अंतर्गत सिंदूर का पौधा रोपा। इस अवसर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक भगवानदास सबनानी और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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