विजयवाड़ा , दिसंबर 02 -- आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी(वाईएसआरसीपी) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली सरकार की त्रुटिपूर्ण नीतियों ने किसानों को मुश्किल में डाल दिया है और कृषि क्षेत्र को अभूतपूर्व संकट में धकेल दिया है।
वाइ्रएसआरसीपी प्रवक्ता कैले अनिल कुमार ने यहां ताड़ेपल्ली स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में मीडिया से कहा कि राज्य के किसान पहले से कहीं अधिक कष्ट झेल रहे हैं। ये किसान एक ओर वे लगातार प्राकृतिक आपदाओं और दूसरी ओर सरकारी लापरवाही के बीच फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, "चक्रवातों और तूफानों ने फसलों को तबाह कर दिया है, सरकार ने वाईएस जगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान स्थापित सभी किसान-सहायता प्रणालियों को पूरी तरह से खत्म कर दिया है जिसमें आरबीके भी शामिल हैं, जो बीज वितरण से लेकर फसल खरीद तक किसानों की मदद करता था।"श्री कुमार ने कहा कि किसान बीज और यूरिया के लिए भी कतारों में खड़े हैं तथा सरकार द्वारा आपूर्ति सुनिश्चित करने में विफलता के कारण कालाबाजारी बढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि फसल तैयार होने के बावजूद एक भी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है जिससे धान कई दिनों तक खेतों में और यहां तक कि राजमार्गों पर भी जमा रहता है।
वाईएसआरसीपी नेता ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पेनामलुरु में दस दिनों से सड़क पर पड़े धान के ढेर को एक मंत्री के निर्देश पर अधिकारियों द्वारा जबरन हटाया गया, । ऐसा हालांकि किसानों की मदद करने के लिए नहीं बल्कि सरकार की बदनामी से बचने के लिए किया गया।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित