एस.ए.एस. नगर , नवंबर 07 -- पंजाब के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता बलबीर सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को राज्य सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों को निजी कंपनियों को सौंपने के फैसले का कड़ा विरोध किया।

उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार, जिसने कभी 'आम आदमी क्लीनिकों' के माध्यम से लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं देने का वादा किया था, अब स्वास्थ्य विभाग के तैयार अवसंरचना को निजी कंपनियों को सौंपकर जनविरोधी रास्ते पर चल पड़ी है।

श्री सिद्धू ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने पहले चरण में राजपुरा, मोगा, फिरोजपुर और मूनक के अस्पतालों को निजी हाथों में सौंपने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। उन्होंने चेतावनी दी कि धीरे-धीरे पूरे राज्य के सरकारी अस्पताल निजी कंपनियों को दे दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से समाज का गरीब वर्ग सरकारी अस्पतालों में मिल रही सीमित स्वास्थ्य सुविधाओं से भी वंचित हो जाएगा।

उन्होंने कहा, "ये अस्पताल भी अब राज्य में पहले से चल रहे निजी अस्पतालों की तरह सिर्फ अमीरों के लिए रह जाएंगे। "उन्होंने कहा कि निजी कंपनियां इन अस्पतालों में केंद्र या राज्य सरकार की कोई भी योजना लागू नहीं करेंगी। कांग्रेस नेता ने कहा कि भगवंत मान सरकार ने इस निजीकरण की प्रक्रिया की शुरुआत पहले ही कर दी थी, जब उसने सरकारी अस्पतालों में निजी प्रयोगशालाओं को लाने की अनुमति दी। इसके बाद सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की सीधी भर्ती करने की बजाय निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को सरकारी अस्पतालों में मरीज देखने की अनुमति देने की योजना बनायी। उन्होंने कहा, "अब पूरे अस्पतालों को निजी कंपनियों को सौंपकर सरकार अपने सस्ते और गुणवत्तापूर्ण इलाज देने के मूल दायित्व और दावों से भाग रही है।"श्री सिद्धू ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के इस दावे को झूठा बताया कि निजी कंपनियों को सौंपे गये अस्पतालों में पहले जैसी ही सुविधाएं मिलती रहेंगी।

उन्होंने कहा, "अकाली सरकार के कार्यकाल में मैक्स कंपनी को मोहाली और बठिंडा में सरकारी जमीनें बहुत कम कीमत पर इस शर्त पर दी गयीं थी कि वहां लोगों को सस्ती दरों पर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, लेकिन यह एक बड़ा धोखा साबित हुआ। आम आदमी पार्टी का दावा भी वैसा ही धोखा साबित होगा।"उन्होंने यह भी कहा कि अगर मोहाली की जमीन मैक्स अस्पताल को न दी गयी होती, तो आज सरकार को वहां सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए जमीन ढूंढने में दिक्कत नहीं होती।

श्री सिद्धू ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार, जिसने पंजाब में 16 नये मेडिकल कॉलेज बनाने का दावा किया था, उसके लगभग चार साल बीत जाने के बावजूद एक भी कॉलेज अस्तित्व में नहीं आया है। उन्होंने बताया कि संगरूर और नवांशहर में बनने वाले मेडिकल कॉलेज भी पी.पी.पी. मॉडल (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) के तहत निजी कंपनियों के सहयोग से बनाये जाने की योजना है।

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