नयी दिल्ली , नवंबर 21 -- अरुण जेटली राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान (एजेएनआईएफएम) ने सरकारी लोक वित्त एवं प्रशासन से संबंधित चार नये ऑनलाइन कोर्स शुरू किये हैं।

यह संस्थान केंद्रीय वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग के अधीनस्थ है। विभाग के सचिव वी. वुअलनाम ने इन पाठ्यक्रमों का उद्घाटन करते हुए लोक सेवकों के लिए प्रशिक्षण एवं पेशेवर विकास में नवाचार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

ये नये पाठ्यक्रम ट्रेनिंग को अधिक आसान और असरदार बनाने के लिए आईजीओटी कर्मयोगी प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। यह प्लेटफॉर्म लोक सेवकों के लिए केंद्र सरकार का मुख्य शिक्षण पोर्टल है।

श्री वुअलनाम ने सतत पेशेवर विकास के महत्व और वित्तीय प्रशासन को मज़बूत बनाने में डिजिटल शिक्षण की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने इन पाठ्यक्रमों में उभरती वित्तीय प्रौद्योगिकी, विश्लेषण उपकरणों और प्रायौगिक एप्लिकेशन का समावेश करने के एजेएनआईएफएम के नवाचारी विचार की तारीफ करते हुए कहा कि यह सार्वजनिक जीवन में नवाचार आधारित क्षमता-वर्धन पर सरकार के जोर के अनुरूप है। एजेएनआईएफएम के निदेशक प्रवीण कुमार ने वित्तीय प्रबंधन, डाटा विश्लेषण और प्रशासनिक सुधारों में शिक्षण को आगे बढ़ाने की संस्थान की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

आज शुरू किये गये चार नये पाठ्यक्रमों में 'भारत में फिनटेक: ग्रोथ स्टोरी और रेगुलेटरी फ्रेमवर्क', 'कबाड़ का निस्तारण', 'वित्तीय विश्लेषण में नकदी प्रवाह स्टेटमेंट' और 'पूर्व निर्धारित आय वाली प्रतिभूतियों का इस्तेमाल करके निवेश प्रबंधन' शामिल हैं।

इनमें से हर पाठ्यक्रम सरकारी अधिकारियों की विश्लेषणात्मक, वित्तीय और प्रक्रियागत काबिलियत को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है।

पाठ्यक्रमों की शुरुआत के मौके पर व्यय विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और पाठ्यक्रमों के विकास में शामिल संस्थान की टीम मौजूद थी।

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