उदयपुर , दिसम्बर 24 -- पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि पुष्प और हरियाली धरती माता का श्रृंगार हैं, जैसे पुष्पों से एक सुंदर माला बनती है, वैसे ही समाज के हर व्यक्ति को जोड़कर एक मजबूत और सशक्त देश का निर्माण होता है।
श्री कटारिया बुधवार को यहां जिला प्रशासन एवं उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) के संयुक्त तत्वावधान में विश्वप्रसिद्ध फतहसागर झील की पाल पर दस दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रंग-बिरंगे और विविध प्रजातियों के पुष्पों से सजी पाल पूरे क्षेत्र को सुगंध और सौंदर्य से महका रही है।
श्री कटारिया ने कहा कि उदयपुर में एक और जहां शिल्पग्राम उत्सव अपने परवान पर है वही शीतकालीन अवकाश के चलते लेकसिटी में पर्यटकों का तांता लगा हुआ है, ऐसे में फ्लावर शो पर्यटकों और शहर वासियों के लिए शिल्पग्राम के साथ ही विशिष्ट आकर्षण का केंद्र रहेगा।
उन्होंने कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि ईश्वर ने हमें उदयपुर जैसे ऐतिहासिक और अद्वितीय सौंदर्य वाले शहर की सेवा का अवसर दिया है। प्रशासनिक अधिकारियों और सहयोगी संस्थाओं ने पूरी मेहनत और समर्पण के साथ इस पुष्प प्रदर्शनी को साकार किया है।
श्री कटारिया ने फ्लॉवर वैली और सज्जनगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रकृति को जितना संवारा जाए, उतनी ही समृद्धि बढ़ती है। प्रकृति ने मानव को बहुत कुछ दिया है, अब हमारा कर्तव्य है कि हम भी प्रकृति का सम्मान और संरक्षण करें। उन्होंने कहा कि उदयपुर में दुनिया का सबसे खूबसूरत शहर बनने की सभी क्षमताएं मौजूद हैं। देवास तृतीय और चतुर्थ योजना के पूर्ण होने से उदयपुर की झीलें सदैव भरी रहेंगी।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि उदयपुर को फ्लावर सिटी के रूप में भी पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पुष्प प्रदर्शनी चार जनवरी तक आमजन और पर्यटकों के लिए खुली रहेगी तथा रात्रिकालीन भ्रमण के लिए आकर्षक लाइटिंग की भी विशेष व्यवस्था की गई है। भविष्य में इस पुष्प प्रदर्शनी को राज्य के टूरिस्ट कैलेंडर में शामिल करने का भी प्रयास किया जाएगा।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित