बीजापुर , दिसंबर 02 -- छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सीआरपीएफ की स्थानीय भर्ती प्रक्रिया पर सोमवार को कई अभ्यर्थी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और आरोप लगाया कि 85 बटालियन के कुछ अधिकारियों और जवानों द्वारा जिले के स्थानीय युवाओं को दरकिनार कर नारायणपुर और कांकेर के उम्मीदवारों को चयनित किया जा रहा है।

अभ्यर्थियों का दावा है कि चयन प्रक्रिया में लाखों रुपये के लेनदेन हुए हैं और उनके पास कॉल रिकॉर्डिंग सहित कई प्रमाण मौजूद हैं।

सीआरपीएफ के डीआईजी बी. एस. नेगी को मंगलवार मामले की जानकारी देते हुए बताया कि "सभी उम्मीदवारों के निवास प्रमाणपत्रों की जांच जिला प्रशासन द्वारा नामित डीएम ऑफिस (कलेक्टर कार्यालय) टीम के द्वारा की गई है, चयन प्रक्रिया पुलिस वेरिफिकेशन के अधीन है।

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