अलवर , दिसम्बर 16 -- राजस्थान के वन राज्य मंत्री संजय शर्मा ने कहा है कि राज्य के सभी 200 विधायकों की विधायक निधि की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
श्री शर्मा ने मंगलवार को अलवर के सूचना केंद्र में राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर लगाई गई फोटो प्रदर्शनी में पत्रकारों से कहा कि दिव्या मित्तल के रिश्वत मामले की भी सरकार पुनः जांच कराए।
उन्होंने विधायक निधि में भ्रष्टाचार पर कहा कि स्टिंग ऑपरेशन के जरिए तीन विधायकों पर आरोप लगे हैं। उस मामले में सरकार ने तुरंत कार्रवाई की है। मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक एवं विजिलेंस अफसर की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। सदाचार कमेटी में मामला गया है। आगे न्याय संगत कार्रवाई होनी चाहिए।
श्री शर्मा ने कहा कि वह सहर्ष यह कहते हैं कि राज्य के सभी विधायकों की विधायक निधि के आवंटन की निष्पक्ष कमेटी से जांच करानी चाहिए।
उन्होंने विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली को लेकर कहा कि जूली विपक्ष में हैं। खुद अलवर में रहते हैं। उनके परिवार को भी पीने के पानी की जरूरत है। वे लगातार अलवर शहर में पानी लाने की योजना का विरोध करने में लगे हैं। लेकिन किसी के विरोध करने से राज नहीं रुकता या झुकता नहीं है। यह जनता का मामला है। जनता को पानी चाहिए। जूली को आगे आकर योगदान करना चाहिए।
कम उम्र के नेता को पार्टी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने पर श्री शर्मा ने कहा कि आने वाला समय युवाओं का है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष अभियान भी चलाया है। नए युवा कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने का अभियान आगे बढ़ा है। भाजपा ने नितिन नबीन को अध्यक्ष बनाकर सबको सोचने को मजबूर कर दिया है। दूसरी पार्टियों में परिवारवाद चलता है। बंगाल में एक ही अध्यक्ष है। वही मुख्यमंत्री हैं। उन सब दलों को सोचने की जरूरत है। अच्छा कार्य करने वाले को मौका मिलना चाहिए।
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