सबरीमाला , नवंबर 22 -- भगवान अयप्पा के पहाड़ी मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा इस मंडला-मकरविलक्कु सीजन में अब काफी सुगम हो गई है, क्योंकि पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहले ही दर्शन कर चुके हैं।
कई दिनों तक भारी भीड़ के बाद अब स्थिति में काफी सुधार हुआ है। वलिया नडप्पंधल और 18 पवित्र सीढ़ियों पर पंक्तियां छोटी हो गई हैं और अब पवित्र स्थल तक तेजी से पहुंचा जा सकता है।
अधिकारियों ने इस सुधार का श्रेय भीड़ नियंत्रण के सख्त उपायों, निलक्कल और पंपा में नियमित आवागमन तथा ट्रेकिंग मार्ग पर बेहतर प्रबंधन को दिया है।
केरल हाई कोर्ट ने लंबी कतारों, पानी की कमी और सुविधाओं की कमी संबंधी शिकायतों के बाद हस्तक्षेप किया था, जब कुछ दिनों में रोजाना दर्शन करने वालों की संख्या लगभग एक लाख तक पहुंच गई थी। इसके जवाब में अधिकारियों ने रोजाना दर्शन की अधिकतम सीमा 75,000 निर्धारित कर दी, स्पॉट बुकिंग को 20,000 से घटाकर 5,000 कर दिया तथा सभी बुकिंग काउंटर निलक्कल और वंडिपेरियार में स्थानांतरित कर दिए। अब कम भीड़ वाले दिनों में थोड़ी छूट दी जा रही है ताकि आवागमन सुचारु रहे।
त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड, पुलिस और जिला प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय के कारण शुक्रवार को वर्चुअल क्यू सिस्टम पूरी तरह सुचारु रूप से चला, जिससे पंपा और सन्निधानम में भीड़ काफी कम हो गई।
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