सबरीमाला , नवंबर 16 -- केरल के सबरीमाला में विश्व प्रसिद्ध भगवान अयप्पा मंदिर के कपाट रविवार शाम पांच बजे खुलेंगे और इसके साथ ही वार्षिक मंडला-मकरविलक्कु तीर्थयात्रा का शुभारंभ हो जायेगा।
यह त्यौहार औपचारिक रूप से मलयालम माह वृचिकम के प्रथम दिन सोमवार से शुरू होता है।
पुजारी कंदारारू महेश मोहनरारू की उपस्थिति में निवर्तमान मुख्य पुजारी अरुण कुमार नंबूदरी औपचारिक दीप को प्रज्वलित करेंगे। इसके साथ ही 2025 तीर्थयात्रा सत्र का आधिकारिक उद्घाटन हो जायेगा।
बाद में, सबरीमाला मंदिर के नवनियुक्त मुख्य पुजारी ई. डी. प्रसाद, मलिकप्पुरम मंदिर के मुख्य पुजारी एम. जी. मनु के साथ इस वर्ष की तीर्थयात्रा के लिए पूजा पाठ करेंगे। ।
इस उद्घाटन के साथ ही 41 दिवसीय मंडला पूजा की शुरुआत हो जाएगी जो 27 दिसंबर, 2025 को मंडला पूजा के साथ समाप्त होगी। इसके बाद मंदिर कुछ समय के लिए बंद रहेगा और 30 दिसंबर को मकरविलक्कु उत्सव के लिए पुनः खोला जाएगा।
प्रतिष्ठित मकरविलक्कू कार्यक्रम 14 जनवरी, 2026 को आयोजित होगा जिसमें एझुनेलिप्पु और पाडी पूजा जैसे अनुष्ठान होंगे, इसके बाद 18 जनवरी की सुबह कलाभाभिषेकम और 19 जनवरी की रात को मलिकप्पुरम में गुरुथी अनुष्ठान होगा।
सुचारू एवं सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए, प्रतिदिन 90,000 श्रद्धालुओं के प्रवेश की सीमा निर्धारित की गई है, जिसमें 70,000 को बुकिंग के माध्यम से और 20,000 को वहां पहुंचकर पंजीकरण के माध्यम से प्रवेश की अनुमति दी गई है।
त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड ने सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1,200 सफाई स्वयंसेवकों, अतिरिक्त कर्मचारियों और 420 अस्थायी कर्मचारियों को तैनात किया है। सन्निधानम में 1,005 शौचालय तैयार हैं, जिनमें 885 निःशुल्क और 120 सशुल्क शौचालय शामिल हैं। अन्य सुविधाओं में सरमकुथी में 164 शौचालय, पंपा में 300 शौचालय (70 महिलाओं के लिए) और वन मार्ग तथा स्वामी अय्यप्पन रोड पर 58 जैव-शौचालय इकाइयां शामिल हैं।
बहुभाषी दिशा-निर्देश बोर्ड एवं आपातकालीन संपर्क संकेत लगाए गए हैं तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा 15 आपातकालीन चिकित्सा केंद्र स्थापित किए गए हैं।
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