लखनऊ , नवम्बर 10 -- समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मैनपुरी जनपद की भोगांव विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची की गंभीर अनियमितता पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। पार्टी ने मांग की है कि वर्ष 2003 की मतदाता सूची के आधार पर चल रही एसआईआर प्रक्रिया को तत्काल रोका जाए, क्योंकि उस सूची में सैकड़ों वैध मतदाताओं के नाम मौजूद ही नहीं हैं।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि भोगांव विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग स्टेशन संख्या 222 में वर्ष 2003 की मतदाता सूची में लगभग 400 मतदाताओं के नाम लापता हैं। यह नाम न तो भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं, न ही जिला निर्वाचन कार्यालय या विधानसभा क्षेत्र के बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के पास है।

ज्ञापन में कहा गया है कि यदि वर्ष 2003 की मतदाता सूची के आधार पर एसआईआर प्रक्रिया जारी रहती है, तो इन 400 वैध मतदाताओं के नाम सूची से डिलीट (हटाए) जाने का खतरा है। यह न केवल लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन होगा, बल्कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का खुला उल्लंघन भी।

उन्होने कहा "2003 की मतदाता सूची उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में इन मतदाताओं को मताधिकार से वंचित किया जा सकता है, जो लोकतंत्र की हत्या के समान है। इसलिए जब तक 2003 की पूर्ण मतदाता सूची उपलब्ध न हो, तब तक एसआईआर की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।"पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि यह प्रक्रिया रोकी नहीं गई तो हजारों मतदाता प्रभावित होंगे और निर्वाचन आयोग की पारदर्शिता तथा निष्पक्षता पर सवाल उठेंगे। समाजवादी पार्टी ने यह भी कहा है कि यह मामला केवल तकनीकी त्रुटि नहीं बल्कि एक गंभीर प्रशासनिक लापरवाही है, जिससे 400 वैध मतदाता मतदान के अधिकार से वंचित हो सकते हैं। पार्टी ने चुनाव आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।

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