रायपुर , नवंबर 26 -- छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित स्वामी विवेकानन्द हवाई अड्डे पर बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कानून व्यवस्था और निर्वाचन प्रक्रिया को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की।
मीडिया से अनौपचारिक चर्चा के दौरान श्री पायलट ने कहा कि जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया लगभग अंतिम चरण में है और बहुत जल्द नामों की आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस को नई टीम, नई ऊर्जा और नये विश्वास के साथ जनता के बीच उतारने की व्यापक तैयारी की जा रही है। कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और विभिन्न मोर्चों के साथ समन्वय स्थापित कर विस्तृत रणनीति पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी पुराने अनुभव और युवा नेतृत्व के संतुलन के साथ काम करते हुए प्रदेश में नई राजनीतिक दिशा देने को तैयार है।
उन्होंने नवा रायपुर में आयोजित होने वाली डीजी (पुलिस महानिदेशक) कॉन्फ्रेंस पर राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार को पहले प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ करनी चाहिए, फिर राष्ट्रीय स्तर के आयोजन कराना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाल के महीनों में अपराध की घटनाओं में वृद्धि, महिलाओं के विरुद्ध अपराध, सड़क सुरक्षा से जुड़ी समस्याएं, संगठित अपराध के बढ़ते आँकड़े और नागरिकों में गहराती असुरक्षा की भावना सरकार की प्रशासनिक क्षमताओं पर गंभीर प्रश्न खड़े कर रही हैं। श्री पायलट ने यह भी कहा कि आम जनता का विश्वास कानून व्यवस्था से हिलता दिखाई दे रहा है, जो लोकतंत्र की सेहत के लिए चिंता का विषय है।
संविधान दिवस के अवसर पर श्री पायलट ने देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि कांग्रेस संविधान की मूल भावना, समता, न्याय, स्वतंत्रता और बंधुत्व को केंद्र में रखकर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि देश की आत्मा, जनता का सुरक्षा कवच और लोकतंत्र का आधार स्तंभ है। संविधान दिवस पर कांग्रेस इस आस्था और विश्वास के साथ यह संदेश देना चाहती है कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है और संविधान उसकी रक्षा का सबसे सशक्त माध्यम।
उन्होंने मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया को लेकर भी सरकार और निर्वाचन आयोग पर तीखे सवाल खड़े किए। श्री पायलट ने आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया के नाम पर बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) पर अत्यधिक दबाव डाला जा रहा है, जिससे कई स्थानों पर मानसिक तनाव की स्थिति बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस फर्जी मतदाता सूची बनाने या उसमें घालमेल की अनुमति कभी नहीं देगी, लेकिन यदि किसी वैध मतदाता का नाम सूची से हटता है, तो यह कांग्रेस के लिए अस्वीकार्य होगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पात्र नागरिकों का मताधिकार लोकतंत्र का मौलिक अधिकार है और इसमें किसी भी तरह की त्रुटि, लापरवाही या दबाव आधारित निर्णय असहमति का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि एसआईआर प्रक्रिया को निष्पक्ष और संवैधानिक तरीके से लागू नहीं किया गया, तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में इसका निर्णायक विरोध करेगी।
निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा पूर्व में मताधिकार और मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर मुद्दे उठाए गए थे, जिनमें वोट चोरी जैसी शिकायतों का भी उल्लेख किया गया। लेकिन उन पर प्रभावी कार्यवाही नहीं होना, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में जनता के विश्वास को कमजोर करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग को किसी भी राजनीतिक सत्ता के दबाव से मुक्त होकर काम करना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र की निष्पक्षता उसकी स्वायत्तता में निहित है।
सचिन पायलट बुधवार से दो दिवसीय बस्तर दौरे पर हैं। श्री पायलट ने बताया कि दौरे के दौरान कांग्रेस महंगी बिजली, खरीफ वर्ष में धान खरीदी प्रबंधन की समस्याएं, एसआईआर प्रक्रिया में संभावित सुधार, किसान हित से जुड़ी नीतियां, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े मुद्दों तथा अन्य जनाधिकार आधारित मुद्दों पर सरकार से जवाबदेही तय करने के लिए आगामी रणनीति बनाएगी।
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