सिरसा , अक्टूबर 27 -- कांग्रेस की महासचिव व सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि अधिवक्ता जनता के बीच एक कड़ी का काम करते हैं तथा उन्हें संविधान व अधिकारों के साथ-साथ अपनी ड्यूटी को भी समझना चाहिए।

पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा ने सोमवार को जिला बार एसोसिएशन की ओर से मनाए जा रहे गोल्डन जुबली वर्ष की कड़ी में जिला बार परिसर में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि संविधान व अधिकारों को समझना अत्यंत आवश्यक है। इसके साथ-साथ अधिवक्ता अपनी ड्यूटी को भी समझें। कोई भी पीडि़त व्यक्ति है तो उसे त्वरित न्याय दिलाने का काम करें ताकि कानून पर जनता का विश्वास बना रह सके।

उन्होंने अपने सांसद कोटे से जिला बार को 25 लाख रुपए देने की घोषणा की और इसके साथ-साथ कानून व गृह मंत्री के समक्ष अधिवक्ताओं के इंश्योरेंस संबंधी मुद्दे को भी रखने का आश्वासन दिया। इसके साथ-साथ जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा महिला अधिवक्ताओं के लिए बार रूम की मांग को भी स्वीकारते हुए इसे प्राथमिकता से पूरा करवाने का आश्वासन भी स्थानीय सांसद ने दिया।

वहीं जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुनीश जिंदिया ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में समारोह में भाग लिया। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान चौधरी गंगाराम ढाका ने मुख्यातिथि व विशिष्ट अतिथि का बुक्के देकर स्वागत किया। इस मौके पर न्यायमूर्ति पुनीश जिंदिया ने कहा कि बार एक स्वतंत्र संस्था है, यहां सत्त्ता पक्ष से लेकर कोई भी राजनीतिक दल के नेतागण आ सकते हैं। अधिवक्ताओं के आय का साधन उनकी प्रेक्टिस ही है। उन्होंने सांसद के समक्ष महिला बार रूम की समस्या रखी। इसके साथ-साथ अधिवक्ताओं के इंश्योरेंस संबंधी भी समस्या रखी।

इस मौके पर जिला बार की ओर से अनेक वरिष्ठ अधिवक्ताओं को सम्मानित किया गया। जिला बार की ओर से सांसद सैलजा को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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