जयपुर , दिसंबर 06 -- राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा है कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के संविधान ने हमें जो 'वोट का अधिकार' दिया है, आज उस पर गहरा संकट मंडरा रहा है।
श्री गहलोत ने शनिवार को भारत रत्न डा अंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर अपने बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जब संस्थाएं निष्पक्षता खो दें और लोकतांत्रिक परंपराओं का ह्रास होने लगे, तो यह सभी देशवासियों के लिए चिंता का विषय है। ऐसे में लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करना ही एकमात्र रास्ता बचता है।
उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर को दिल्ली में वोट चोरी के खिलाफ आयोजित कांग्रेस की महारैली में हम सब मिलकर इस अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए एक साथ कदम बढ़ाकर इस रैली में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होना चाहिए।
श्री गहलोत ने डा अंबेडकर को नमन करते हुए कहा कि संविधान निर्माता के तौर पर देश के हर वर्ग को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार देने, समावेशी समाज की नींव रखने के लिए पीढ़ियां उनको सदैव याद रखेंगी।
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