पटना , नवंबर 26 -- संविधान दिवस के अवसर पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, "हमारा भारत-हमारा संविधान" थीम पर आधारित राज्यस्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य संविधान के लोकतांत्रिक मूल्यों, नागरिक कर्तव्यों और राष्ट्रीय एकता की भावना को सांस्कृतिक माध्यम से जन-जन, विशेषकर युवाओं तक पहुंचाना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रख्यात लोक गायक मनोरंजन ओझा एवं उनकी टीम की जोशीली प्रस्तुति से हुई। देशभक्ति से सराबोर लोकगीत, संगीत एवं सांस्कृतिक धुनों ने माहौल को राष्ट्र-प्रेम से भर दिया और दर्शकों में गर्व एवं उत्साह का संचार किया।
विभाग के मंत्री अरूण शंकर प्रसाद ने संविधान की पवित्रता और लोकतंत्र के तीनों स्तंभों की मर्यादा पर बल देते हुए कहा कि हमें अपने कर्तव्यों और अधिकारों को समझकर राष्ट्र हित में कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान के मूल भावना से जब-जब छेड़ छाड़ करने की कोशिश की गई तो देश में आपातकाल जैसे हालात हुए । आज के दिन हमें संविधान के उन विभूतियों को याद करने का दिन है , देश के प्रथम राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद, भीम राव आंबेडकर, सचिदानंद सिन्हा, जिनके अथक प्रयास से राष्ट्र का मार्गदर्शक इस संविधान का निर्माण संभव हो पाया।
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