अमृतसर , अक्टूबर 08 -- सिखों के चौथे गुरु, श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर बुधवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेका।

इस अवसर पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह, शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी, अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी ज्ञानी अमरजीत सिंह सहित पंथ की गणमान्य हस्तियां भी उपस्थित थीं। सचखंड श्री हरमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब में सुंदर सजावट की गयी थी, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रही।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग (समापन) डाले, जिसके बाद प्रसिद्ध रागी, ढाडी और कविशर जत्थों ने संगत को इतिहास से जोड़ा। इस अवसर पर एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने संगत को प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए कहा कि श्री गुरु रामदास जी का जीवन पूरी मानवता के लिए मार्गदर्शक है। उन्होंने संगत से गुरु साहिब जी की शिक्षाओं पर चलने का आग्रह किया और बाणी और बाना के वाहक बनने की अपील की। इससे पहले गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल में कथा वाचन करते हुए प्रसिद्ध कथा वाचक भाई साहिब भाई पिंदरपाल सिंह ने संगत को श्री गुरु रामदास जी के जीवन इतिहास से अवगत कराया।

इस बीच, गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल में आयोजित कवि दरबार में पंथिक कवियों ने कविताओं के माध्यम से चौथे गुरु के जीवन और योगदान को संगत के साथ साझा किया। विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों और श्री दरबार साहिब के प्रबंधकों ने संगत के लिए लंगर की विस्तृत व्यवस्था की।

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