चंडीगढ़ , नवंबर 26 -- पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) के अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की, गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस को मनाने के लिए पंजाब में हाल ही में संपन्न हुए एक महीने तक चले 'शहीदी समागम' से जानबूझकर और स्पष्ट रूप से दूरी बनाने के लिए आलोचना की।

पंजाब भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, श्री अरोड़ा ने निराशा व्यक्त की और कहा कि भाजपा के नेतृत्व ने व्यक्तिगत निमंत्रणों के बावजूद, नौवें सिख गुरु की कुर्बानी के प्रति 'स्पष्ट अपमान' दिखाया। गुरु साहिब ने हिंदुओं के मौलिक अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया था।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने आने वाली पीढ़ियों को गुरु तेग बहादुर की बेमिसाल कुर्बानी के बारे में जागरूक करने के लिए इन यादगार समागमों को पूरी तरह से गैर-राजनीतिक माना था।

श्री अरोड़ा ने कहा, " हमने इसे जानबूझकर पूरी तरह से गैर-राजनीतिक रखा, क्योंकि नौवें गुरु साहिब की शहादत इतनी यादगार है कि इसे किसी भी तरह की राजनीति से दागदार नहीं किया जाना चाहिए। इसका उद्देश्य सभी धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक सीमाओं से ऊपर उठना था।"उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सभी केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों सहित विभिन्न नेताओं को निमंत्रण भेजे गये थे।

श्री अरोड़ा ने कहा, " हमने कैबिनेट मंत्रियों को व्यक्तिगत रूप से निमंत्रण देने के लिए भेजा था। हमने अब तक इस बारे में बात नहीं की, इस उम्मीद में कि शायद गुरु साहिब को मत्था टेकने का मौका उन्हें श्री आनंदपुर साहिब की पवित्र धरती पर ले आएगा। लेकिन आज, मैं बिना किसी झिझक के कहता हूं कि उन्होंने अपना असली रंग दिखा दिया है। "प्रधानमंत्री पर सवाल उठाते हुए श्री अरोड़ा ने कहा कि श्री मोदी कुरुक्षेत्र में थे, जो कि श्री आनंदपुर साहिब से केवल 12-15 मिनट की हवाई उड़ान पर है। फिर भी, उन्होंने श्रद्धांजलि देने के लिए वहां न जाने का फैसला किया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित